नई दिल्ली। भारत का एविएशन सेक्टर मजबूत बना हुआ है। फरवरी में घरेलू यात्रियों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 11.04 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। आईसीआरए की रिपोर्ट में कहा गया कि चालू वित्त वर्ष के 11 महीनों में घरेलू स्तर पर 15.51 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की है। इसमें पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 7.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह आंकड़ा महामारी के पहले के वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 20) की समान अवधि के आंकड़ों से 12.9 प्रतिशत अधिक है।
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रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 25 के पहले 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) में भारतीय वाहकों में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 2.80 करोड़ रही है। इसमें सालाना आधार पर 14.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह प्री-कोविड स्तर के आंकड़े 1.98 करोड़ से 41.3 प्रतिशत अधिक है। आईसीआरए की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय एविएशन इंडस्ट्री का आउटलुक स्थिर बना हुआ है, जो कि घरेलू हवाई यात्री यातायात में वृद्धि और वित्त वर्ष 2025 एवं 2026 में स्थिर लागत के कारण है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में शेड्यूल्ड घरेलू उड़ान ऑपरेटरों ने इस वर्ष फरवरी के दौरान लगभग 1.40 करोड़ यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के आंकड़े 1.26 करोड़ यात्रियों से अधिक है। डीजीसीए की मासिक यात्री यातायात रिपोर्ट से पता चलता है कि इंडिगो 63.7 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ देश की सबसे बड़ी एयरलाइन बनी हुई है। फरवरी 2025 में इस बजट एयरलाइन में 89.40 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी। इंडिगो के बाद एयर इंडिया समूह का स्थान रहा, जिसमें एयर इंडिया एक्सप्रेस भी शामिल है।
फरवरी में टाटा ग्रुप की एयरलाइन में 38.30 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी, जिससे एयरलाइन का मार्केट शेयर 27.3 प्रतिशत हो गया है। अकासा एयर में 6.59 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी और एयरलाइन का मार्केट शेयर 4.7 प्रतिशत रहा। स्पाइसजेट में 4.54 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की और एयरलाइन का मार्केट शेयर 3.2 प्रतिशत रहा। छोटी एयरलाइंस कंपनियों में एलायंस एयर ने फरवरी में 0.86 लाख यात्रियों को हवाई सफर कराया और एयरलाइन का मार्केट शेयर 0.6 प्रतिशत रहा। वहीं, स्टार एयर में 0.60 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी और एयरलाइन का मार्केट शेयर 0.4 प्रतिशत रहा।