नयी दिल्ली। देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर हो रहे कुठाराघात तथा पत्रकारों पर हमलों तथा उनकी आवाज दबाये जाने का मुद्दा सोमवार को राज्यसभा में उठाया गया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एम के वी शिवादासन ने शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए कहा कि देश में पत्रकार बड़ी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में 180 देशों में भारत 159 वें नम्बर पर है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को जेल में डाला जा रहा है और सैकड़ों पत्रकारों की हत्या की गयी है। उन्होंने कहा कि सरकार पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए कदम नहीं उठा रही है। पत्रकारों को कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं प्रदान की गयी है और उन्हें मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिशों के अनुरूप वेतन नहीं दिया जा रहा। सदस्य ने कहा कि पत्रकारों के मानवाधिकारों का संरक्षण नहीं किया जा रहा है। अच्छा काम करने वाले पत्रकारों को उचित प्रोत्साहन भी नहीं दिया जा रहा।