लखनऊ। जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के कारगार विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ करने का एक और मामला उजागर हुआ है। कुछ माह पूर्व में बांदा जेल में तैनात रहे जेलर वीरेन्द्र कुमार वर्मा की मदद से मुख्तार अंसारी को जरुरत की वस्तुएं पहुंची। इस प्रकरण की जांच हुई और अब शासन स्तर से जेलर वीरेन्द्र कुमार वर्मा को निलम्बित कर दिया गया है।
जेल के भीतर मुख्तार अंसारी के चलने वाले रसूक का एक और किस्सा जुड़ गया। बांदा जेल में कुछ माह पूर्व ही जेलर वीरेन्द्र कुमार वर्मा भी मुख्तार के रसूक में आ गये। जेलर वीरेन्द्र के मुख्तार को मदद का सिलसिला चर्चा में आया तो इसकी जांच शुरु हो गयी। उपमहानिरीक्षक कारागार, प्रयागराज परिक्षेत्र ने जांच आरम्भ की तो कई सबूत वीरेन्द्र कुमार वर्मा के विरुद्ध मिलते गये। जांच के दौरान 21 अप्रैल और 29 जून को उपमहानिरीक्षक कारागार ने दो रिपोर्ट भी लगायी।
जांच में आरोप सही पाये जाने पर जेलर वीरेन्द्र के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही के आदेश हुए है। विशेष सचिव, उत्तर प्रदेश शासन की ओर से जारी प्रपत्र में अनुशासनिक कार्यवाही के निर्देश में स्पष्ट लिखा गया है कि सुल्तानपुर जेल में तैनात वीरेन्द्र कुमार वर्मा के पूर्व में बांदा जेल में जेलर के पद पर रहते हुए पद का दुरुपयोग किया गया। जिसके कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया।