मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी कार्यालय पर आज जमीयत उलेमा ए हिंद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गण पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने नूह में हुए सांप्रदायिक हिंसा व दोषी पुलिसकर्मियों व दंगा उकसाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान जानकारी देते हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रदेश महासचिव मौलाना नजर ने बताया कि आज यह जमीयत उलेमा ए हिन्द कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया है। कहा कि यह देश मोहब्बत से बना है, और नफरत इस देश की दुश्मन है। हमें अपना देश जोड़ना है। इसलिए नफरती लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मेवात सहित अन्य जनपदों में निर्दोष लोगों के साथ ज्यादती की जा रही है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौलाना नजर ने कहा कि मेवात जल रहा है। हरियाणा में कुछ नफरती लोग आपसी भाईचारा खराब करना चाहते हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मणिपुर में गत 2 माह से अधिक समय से हिंसा जारी है। कहा की ऐसे लोग समाज पर कलंक है। ऐसे लोगों की मानसिक विकृति के चलते कई परिवारों को बर्बाद होना पड़ा। केंद्र और राज्य सरकार को चाहिए कि सभी पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा और मृतक के एक-एक आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाई जाए।
कहा कि यात्राओं पर किसी को एतराज नहीं लेकिन एक तो मोनू वनेसर….. धमकी दे रहा है एवं एक बिट्टू बजरंगी कह रहा है कि हम तुम्हारे ससुराल आ रहे हैं और स्वागत के लिए तैयार हो जाओ एवं तुम्हारे जीजा आ रहे हैं तो हम यह पूछते हैं कि अगर यह धार्मिक यात्रा है तो धार्मिक यात्रा में लाठी-डंडे या तलवारों की जरूरत कहां पेश आती है और उनको इजाजत किसने दी है कि लाठी-डंडे लेकर जाए वह किसको डराने व धमकाने के लिए जा रहे है व किसको बता रहे हैं कि जीजा आ रहे हैं तो इस तरह की जो चीजें होती है वह समाज के लिए बहुत गलत है एवं इससे बहुत नुकसान हो रहा है।
इस तरह के लोग हिंदू व मुसलमानों के लिए जहर घोल रहे हैं। उनको गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए एवं कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। पिछले 3 महीनो से मणिपुर जल रहा है एवं दो बहनों के साथ जो हरकत हुई है तो दुनिया में ऐसा नंगा नाच कहीं नहीं हुआ बेचारीओं के कपड़ों को उतार दिया व उनके बदन के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। लेकिन कुछ नहीं दंगाई खुले घूम रहे हैं। एवं सरकार खामोश है और प्रधानमंत्री मणिपुर के ऊपर बोलना भी नहीं चाहते हैं और ऐसे ही एक ट्रेन में एक आतंकवादी ने 3 दाढ़ी व टोपी वाले मुसलमानों को मार दिया व अपने एक सीनियर को मार दिया। मुझे जो जानकारी मिली है कि पुलिस की वर्दी में था उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था तो उसने अपनी बीवी को गोली क्यों नहीं मारी, अपनी बहनों को नहीं मारी, अपने मां बाप व अपने बच्चों को नहीं मारी और उस ट्रेन में वह मुसलमान ही नहीं थे और भी बहुत से लोग थे उनको गोली क्यों नहीं मारी। यह जहर जो घोला जा रहा है यह उसका असर है।
यहा मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है साथ ही दहशत और खौफ में डाला जा रहा है। जो मुल्क के लिए अच्छा नहीं है। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री से अपील कर रहे हैं कि इन दंगों को रोकिए एवं सरकार आती जाती रहती है। लेकिन जो मुल्क का नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई नहीं होगी और जो नफरत हिंदू मुसलमान में फैल रही है। वह कल को किसी दूसरे समुदाय में भी होगी तो नफरत की दुकानों को बंद करिए और प्यार व मोहब्बत की दुकानों को चलाइए।