नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलने की मांग उठाई गई। यह मांग राज्यसभा में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद ने सदन के समक्ष रखी। इसके तहत कहा गया कि बिहार के दरभंगा हवाई अड्डे का नाम मध्यकाल के प्रसिद्ध मैथिल कवि विद्यापति के नाम पर ‘कोकिल विद्यापति हवाई अड्डा’ रखा जाना चाहिए। जदयू से राज्यसभा सांसद संजय झा ने शुक्रवार को शून्यकाल में यह मांग सदन के सामने रखी।
संजय झा ने राज्यसभा में दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलने की मांग रखते हुए कहा कि मैथिल कवि विद्यापति ने भारतीय साहित्य और भक्ति परंपरा में उल्लेखनीय और अद्वितीय योगदान दिया है। बिहार के मिथिला क्षेत्र में रहने वाले लोगों में विद्यापति को कभी न भुलाया जा सकने वाला स्थान प्राप्त है। जदयू से सांसद ने राज्यसभा में कहा कि दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भी लिखा था। इस पत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलकर ‘कवि कोकिल विद्यापति हवाई अड्डा’ रखने का अनुरोध किया था।
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संजय झा ने बताया कि दरभंगा हवाई अड्डे का नाम बदलने को लेकर बिहार विधानसभा और विधान परिषद ने एक प्रस्ताव भी पारित किया था। यह प्रस्ताव मार्च 2021 में पारित किया गया था। उन्होंने कहा कि वह सरकार से अनुरोध करते हैं कि उनके इस प्रस्ताव को शीघ्र अनुमोदित किया जाए। कवि कोकिल विद्यापति की स्थायी धरोहर को सम्मानित करते हुए दरभंगा हवाईअड्डे का नाम विद्यापति के नाम पर किया जाए।
इससे पहले मंगलवार को संसद में पश्चिम बंगाल राज्य का नाम बदलकर ‘बांग्ला’ करने की मांग की गई थी। यह मांग तृणमूल कांग्रेस के सांसद रीताब्रता बनर्जी ने राज्यसभा में सदन के समक्ष रखी थी। उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल राज्य का नाम बदलकर ‘बांग्ला’ किया जाए। राज्यसभा सांसद ने सदन में बोलते हुए कहा था कि यह एक तरह से पश्चिम बंगाल के 10 करोड़ लोगों की भावनाओं को सम्मानित करना होगा।