मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में वृन्दावन रोड और आझई स्टेशनों के बीच बुधवार रात कोयले से लदी मालगाड़ी के डिब्बे पलटने की जांच रेलवे प्रशासन करायेगा।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेन्द्र चन्द्र जोशी ने गुरूवार को पत्रकारों को बताया कि हादसे के कारणों की पड़ताल के लिये जांच समिति का गठन किया जायेगा। रेलवे की प्राथमिकता फिलहाल बाधित रेलमार्ग को पूरी तरह बहाल करना है। उन्होंने कहा कि मालगाड़ी के वैगन पटरी से उतरने के कारण करीब 30 रेलगाड़ियां प्रभावित हुई हैं। ज्यों ज्यों रेलमार्ग ठीक होता जाएगा इनकी संख्या में कमी होती जाएगी।
उन्होंने बताया कि रेल मार्ग को पुनः व्यवस्थित करने के लिए आगरा, दिल्ली और मुरादाबाद से ऐक्सीडेन्ट रिलीफ ट्रेन मंगाई गई हैं। जोशी से जब यह पूछा गया कि जांच समिति कब बनाई जाएगी तो उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता रेल मार्ग को पुनः व्यवस्थित करने की है। रेल मार्ग ठीक हो जाने के बाद अन्य पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
महाप्रबंधक ने तोड़फोड़ की आशंका के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा “ इसके बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता तथा इस सबका पता जांच के बाद ही चल सकेगा।अभी तो रेलवे की प्राथमिकता रेल मार्ग को साफ करना है क्योंकि इसके 25-26 डिब्बे पलटे है।” उन्होंने कहा कि मालगाड़ी पानीपत पावर हाउस के लिए कोयला लेकर जा रही थी।
उधर मथुरा जंकशन स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर एस के श्रीवास्तव ने बताया कि चौथी लाइन से दिल्ली की ओर रेलगाड़ियां जा रही हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि रेलमार्ग को दुरूस्त करने के लिए बुधवार रात साढ़े नौ बजे से ही लगभग 500 लोगों को लगाया गया है।