नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) जल्द ही सीट बंटवारे की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श शुरू करेगा और सांसदों के निलंबन के खिलाफ 22 दिसंबर को संयुक्त विरोध प्रदर्शन भी करेगा।
खड़गे ने कहा कि यह निर्णय अशोक होटल में इंडिया की चौथी बैठक में लिया गया, जिसमें 28 राजनीतिक दलों ने भाग लिया। बैठक तीन घंटे चली।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज दिल्ली में चौथी बैठक हुई। बैठक में 28 दलों ने हिस्सा लिया। सभी नेताओं ने अपने विचार और सुझाव पेश किए। सभी ने सर्वसम्मति से इंडिया गठबंधन के काम को आगे बढ़ाने का फैसला किया।”
खड़गे ने कहा, “अगर हम सभी एक मंच पर एक साथ नहीं आते हैं, तो लोग गठबंधन पर भरोसा नहीं करेंगे और इसलिए यह निर्णय लिया गया कि हम देशभर में आठ से दस बैठकें करेंगे।” उन्होंने कहा कि बैठक में 141 सांसदों के निलंबन पर भी चर्चा हुई।
खड़गे ने कहा, “सांसदों को अलोकतांत्रिक तरीके से निलंबित करने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। अगर हमें देश और लोकतंत्र को बचाना है, तो हमें एक साथ मिलकर लड़ने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि हमने जो मुद्दा (संसद की सुरक्षा में चूक) सदन में उठाया, वह क्या कोई गलत मुद्दा है? जिम्मेदार मंत्री के बयान की मांग करना क्या अपराध है?
खड़गे ने कहा, “मुद्दा दो बाहरी लोगों के लोकसभा में प्रवेश करने और धुआं फैलाते हुए नारेबाजी करने का है। उन्हें कौन लाया? उनमें से कई भागने में कामयाब कैसे हो गए? हम केवल यह कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को संसद में आना चाहिए और जो कुछ हुआ उसके बारे में सदन में बयान देना चाहिए। लेकिन वे हमारी मांगों पर सहमत नहीं हुए।”
उन्होंने कहा कि यह भी गौर करने की बात है कि जब संसद का सत्र चल रहा है, तब वे (मोदी और शाह) देशभर में यात्रा कर रहे हैं, जैसे संसद उनके लिए कोई मायने नहीं रखता।
खड़गे ने कहा, ”उन्होंने कई जगह भाषण दिए, लेकिन सदन में नहीं आए। इससे लोकतंत्र को खत्म करने का उनका एजेंडा साफ नजर आ रहा है।”
उन्होंने कहा, “स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार है कि एक दिन में 92 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। यह गलत है। जिन्हें निलंबित किया गया, वे जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं, हम लड़ेंगे और लोगों के पास जाएंगे। क्या वे (प्रधानमंत्री और गृहमंत्री) सोचते हैं कि कोई भी सरकार चलाने में सक्षम नहीं है? हम इस मानसिकता को खत्म करेंगे। हम उन्हें हराने के लिए एकजुट हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि सांसदों के निलंबन के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने 22 दिसंबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
खड़गे ने कहा, ”हम सीट बंटवारे पर मिलकर काम करेंगे। सीट बंटवारे पर सबसे पहले राज्यों के नेता चर्चा करेंगे। अगर राज्यों के नेताओं के बीच कोई हिचकिचाहट होगी तो हम दिल्ली में इस पर चर्चा करेंगे।”