मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के विधायक सुनील प्रभु ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर विचार व्यक्त किए। लातूर के किसानों को वक्फ बोर्ड के नोटिस मिलने पर सुनील प्रभु ने कहा कि लातूर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने यह स्पष्ट किया था कि किसी भी किसान को भूमि से संबंधित कोई नोटिस नहीं भेजा गया है। एक व्यक्ति इस जमीन को हड़पने की कोशिश कर रहा है और उसने कोर्ट के जरिए यह नोटिस भेजा है।
जम्मू-कश्मीर की नेता इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व को बीमारी बताए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कहा, उससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारा हिंदुत्व साफ और स्पष्ट है। हम हिंदूवादी हैं और हम हमेशा अपने धर्म पर गर्व करेंगे। हम विश्वास रखते हैं कि यदि दिल में राम हैं तो किसी से काम मांगने की जरूरत नहीं होती। उन्होंने आदित्य ठाकरे के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें आदित्य ठाकरे ने कहा था कि समाजवादी पार्टी भाजपा की बी टीम है। इस पर उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में ऐसा कोई बयान नहीं है।
मुझे यह बयान देखना पड़ेगा, उसके बाद ही उस पर कुछ कह पाउंगा। ममता बनर्जी की ओर से इंडिया गठबंधन के नेतृत्व की इच्छा जताने पर उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता है। मैं यह मानता हूं कि अगर गठबंधन मजबूत है तो हमें एकजुट रहकर काम करना चाहिए। इसके अलावा, सुनील प्रभु ने कहा कि सरकार कुछ भी कहे, हमने तहे दिल से जनता के ईवीएम से संबंधित जो भी शंका थे, उसे विधानसभा के सदन के सामने रखने की कोशिश की। यह विपक्ष का अधिकार है।