शामली। रविवार को पशु उपचार पशुपालक के द्वार पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना कार्यक्रम का लाइव प्रसारण कलेक्ट्रेट एनआईसी के सभागार में किया गया। जिसमें डीएम रविन्द्र सिंह, सीडीओ शंभूनाथ तिवारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. यशवंत सिंह ने भाग लिया।
कार्यक्रम के उपरांत जनपद में आकस्मिक पशुचिकित्सा सेवाओं को टोल फ्री नम्बर 1962 के माध्यम से पशुपालको के द्वार पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अन्तर्गत जनपद में आवंटित दो मोबाईल वेटेरिनरी यूनिट को डीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में 4 मोबाईल वेटेरिनरी यूनिट एक लाख पशु संख्या के सापेक्ष एक वाहन उपलब्ध है। जिसमे से 50 प्रतिशत वाहन पूर्व निर्धारित रूट पर संचालित होगें तथा 50 प्रतिशत वाहन आकस्मिक पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए उपलब्ध रहेगें।
उक्त वाहन पूर्व निर्धारित रूट शेड्यूल रूट पर सवेरे 8 बजे दोपहर 2 बजे तक तथा इमरजेन्सी रूट पर 10 बजे से सांय 8 बजे तक उपलब्ध रहेगी। सांय 8 बजे के बाद प्राप्त हुई पशुपालकों की कॉल, कॉल सेन्टर पर रिकार्ड की जायेगी, जिनके सापेक्ष सेवायें आगामी दिवस पर उपलब्ध करायी जायेगी। कहा कि पशुपालको से अपील है कि अपने पशुओं को बीमारी से बचाव एवं उपचार लिए टोल फ्री नम्बर 1962 पर कॉल कर अपने द्वार पर त्वरित पशुचिकित्सा का लाभ उठाये।इस अवसर पर सीडीओ शंभूनाथ तिवारी, एएसपी ओपी सिंह, मौजूद रहे।