भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य नशे का अड्डा बनता जा रहा है। इस कारोबार में लगे लोगों को पुलिस का संरक्षण हासिल है। गौरतलब है कि राज्य में बीते कुछ दिनों में नशीली वस्तुओं की आपूर्ति के बड़े खुलासे हुए हैं। कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं। इसके बावजूद नशीली वस्तुओं की आपूर्ति के मामले सामने आ रहे हैं। इसी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, मध्यप्रदेश नशे के कारोबार का प्रमुख अड्डा बनता जा रहा है।
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कुछ दिन पूर्व प्रदेश में करोड़ों के ड्रग कारोबार का खुलासा होने के बाद अब पुलिस थाने के पास नशे के धंधे की खबर हैरान करती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार नशा मुक्ति के सभी दावे और नशा माफियाओं के खिलाफ चलाए गए सभी अभियानों की हकीकत इसी से पता चलती है कि नशा कारोबारी अब पुलिस थानों के करीब भी नशीले पदार्थ बेचने में नहीं डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा माफियाओं को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा मध्य प्रदेश की जनता जंगलराज से त्रस्त है। हर तरफ अपराध और अपराधियों का बोलबाला है। घर से निकलना भी असुरक्षित होता जा रहा है। प्रदेश का युवा नशे की चपेट में आकर अपना वर्तमान और भविष्य बर्बाद कर रहा है।
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उन्होंने सवालिया अंदाज में सरकार से पूछा कि क्या सरकार नशे के कारोबार की सिर्फ मूकदर्शक बनी रहेगी या कभी ठोस कार्रवाई भी करेगी ? ज्ञात हो कि पिछले दिनों भोपाल में ड्रग्स बनाने वाली एक फैक्ट्री का खुलासा हुआ था और उसमें सैकड़ों करोड़ की ड्रग्स बरामद किए जाने के साथ कई गिरफ्तारियां भी हुई थीं। इसके अलावा भी कई स्थानों पर ड्रग्स की आपूर्ति करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई की है।
इसके बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों में ड्रग्स की सप्लाई के मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा खांसी की दवा का उपयोग भी राज्य के कई हिस्सों में नशे के तौर पर किया जा रहा है। वहीं, सरकार और पुलिस राज्य में ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के दावे कर रही है।