मुज़फ्फरनगर। मंदिर व धर्मशाला की भूमि को लेकर डिस्टलरी से चल रहे विवाद को लेकर आज मंसूरपुर में होने वाली महापंचायत को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। बीती देर रात में जिलाधिकारी उमेश चन्द्र मिश्रा व एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह के साथ महापंचायत के आयोजकों व ग्रामीणों के बीच बैठकर वार्ता हुई, उसके बाद डीएम उमेशचंद्र मिश्रा के अथक प्रयासों से आपसी सहमति बनने के बाद क्षेत्रवासियों ने मंसूरपुर में होने वाली महापंचायत को स्थगित कर दिया है।
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यह बैठक डीएम उमेशचंद्र मिश्रा के सरकारी आवास पर देर रात में हुई। इस संबंध में जिलाधिकारी उमेश चन्द्र मिश्रा ने बताया कि मंसूरपुर में मंदिर व धर्मशाला की भूमि को लेकर डिस्टलरी से विवाद चल रहा है। वर्तमान में मामला सिविल कोर्ट में विचाराधीन है जिसमे बीस जनवरी को कोर्ट में सुनवाई है। इसी कारण महापंचायत को लेकर जिम्मेदार लोगों को बात करने के लिए बुलाया गया। खानूपुर के प्रधान राजीव धनगर समेत सभी जिम्मेदार लोगों को बात कर पूरा मामला समझाया गया है।
उन्हें यह भी बताया गया है कि मामला सिविल कोर्ट में विचाराधीन है और बीस जनवरी को सुनवाई है। इस मामले में ग्रामीणों की ओर से जोरदार पैरवी डीजीसी से कराने का आश्वासन दिया गया है। इन सब बातों को गौर से सुनने के बाद ग्रामीणों ने फिलहाल महापंचायत स्थगित करने का वादा कर दिया है।
इस मामले में भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने बताया कि डीएम से मुलाकात कर ग्रामीणों ने अपना पक्ष रखा है और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से मंदिर व धर्मशाला की भूमि को डिस्टलरी के कब्जे में कराने का आरोप लगाया है। राजू अहलावत ने बताया कि डीएम से वार्ता के पश्चात फिलहाल महापंचायत स्थगित करने पर ग्रामीणों ने सहमति जताई है।
रालोद नेता संजय राठी ने बताया कि जिलाधिकारी के आश्वासन पर बैठक हुई जिसमे सभी मुद्दों पर भरोसा दिलाया गया है। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ज़मीन मंदिर की ही है और मंदिर की ही रहेगी जिसके लिए प्रशासन मजबूती से अदालत में पैरवी करेगा।
इसी के चलते महापंचायत स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में प्रधान राजीव धनगर, सुधीर भारतीय, अक्षय कुमार आदि उपस्थित रहे।