कलबुर्गी (कर्नाटक)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक में कोई और उप मुख्यमंत्री पद नहीं होगा। इस संबंध में हाईकमान से पहले कोई प्रस्ताव नहीं था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कर्नाटक में कुछ पार्टी नेताओं की मांगों पर यह प्रतिक्रिया दी। ये नेता अधिक उपमुख्यमंत्री पदों की मांग कर रहे थे।
कलबुर्गी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हाईकमान से पहले तीन उपमुख्यमंत्री पदों के लिए कोई प्रस्ताव नहीं था। मीडिया इस संबंध में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिव कुमार से पूछ सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक में ज्यादा उपमुख्यमंत्री पदों के लिए घटनाक्रम सिर्फ एक अटकल है। ध्यान शासन और समस्याओं को हल करने पर होना चाहिए। गारंटी योजनाओं को लागू करने पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, 10 जनवरी को कर्नाटक से लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन पर बैठक आयोजित की जाएगी और उम्मीदवारों पर चर्चा होगी।
दरअसल, अधिक उपमुख्यमंत्री पदों की मांग कुछ समय से बढ़ रही है। उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के प्रभाव को कम करने की मांग की जा रही है, जो सीएम सिद्दारमैया के बराबर है।
सीएम सिद्दारमैया के करीबी सहयोगी और सामाजिक कल्याण मंत्री डॉ. एचसी महादेवप्पा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के अधिक पदों की मांग रखने में कुछ भी गलत नहीं था। जो अनुभवी लोग इस पद के लायक हैं वह इसके लिए दावा कर सकते हैं। यह जाति के बारे में नहीं है, यह क्षमता और अनुभव के बारे में है।
सहकारिता मंत्री के.एन. राजन्ना ने कहा कि पार्टी के लिए विभिन्न समुदायों को लेकर उपमुख्यमंत्री के पदों को आवंटित करना बेहतर था। हमें हाईकमान के फैसलों का इंतजार करना होगा।
पीडब्ल्यूडी के मंत्री सतीश जर्कीहोली ने नई दिल्ली की यात्रा के दौरान हाईकमान के समक्ष तीन उपमुख्यमंत्री पदों की मांग को पहले ही रखा है। उन्होंने कहा था कि आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर, उन्होंने दलित और अल्पसंख्यक नेताओं के उपमुख्यमंत्री बनाने पर चर्चा की थी।