कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एक बार फिर राज्य की विभिन्न नगर पालिकाओं में चल रही छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि क्या जांच एजेंसियां अब लोगों के शौचालयों में घुसेंगी? ममता 2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर जिले में हुई भयानक ट्रेन दुर्घटना में मारे गए राज्य के लोगों के परिवार के सदस्यों को मुआवजा चेक वितरित करने के लिए आयोजित एक सभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, “घातक दुर्घटना के पीछे के वास्तविक कारणों को दबाने का हर प्रयास किया जा रहा है। ध्यान हटाने के लिए हर जगह सीबीआई भेजी जा रही है। आज मैंने सुना है कि सीबीआई पश्चिम बंगाल में नगर पालिकाओं में प्रवेश कर गई है। क्या सीबीआई अब लोगों के निजी शौचालयों में प्रवेश करेगी?”
इससे पहले, बुधवार को सीबीआई ने 14 स्थानों पर समानांतर छापे मारे। नगर पालिका मामलों के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी की इस तरह की गतिविधियां संकीर्ण राजनीति के अलावा और कुछ नहीं हैं।
इस बीच, नगरपालिका भर्ती मामले की समानांतर जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अनुमान लगाया है कि कथित घोटाले से कुल 200 करोड़ रुपये अर्जित किए गए।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि यह रकम विभिन्न नगर पालिकाओं में विभिन्न पदों पर नियुक्तियों के दौरान उगाही गई थी। सफाईकर्मी, एम्बुलेंस चालक, चपरासी और पंप ऑपरेटर जैसे पद 4,00,000 रुपये से लेकर 7,00,000 रुपये में बेचे गए।
सूत्रों ने कहा कि क्लर्को और श्रमिकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के कारण इस समय कुल 14 नगरपालिकाएं केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।