भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तमाम जातियां और वर्ग अपनी ताकत दिखाने में जुटे हुए हैं और सत्ताधाीरी दल से अपनी मांगें पूरी कराने में जोर लगा रहे हैं। इस बीच, प्रदेश सरकार ने परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित करने के साथ कई सौगातें दी हैं। राजधानी के जंबूरी मैदान में आयोजित ब्राह्मण महाकुंभ में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। प्रदेशभर से पहुंचे ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं बताने के साथ मांगें भी सामने रखीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां सरकार की ओर से तमाम घोषणाएं कीं तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की तरफ से शुभकामना संदेश पढ़ा गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने ऐलान किया है कि राज्य में परशुराम जयंती के दिन छुट्टी रखी जाएगी। संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दिए जाने के साथ मंदिरों की भूमि का उपयोग पुजारियों की इच्छा के अनुरूप तो होगा ही, पुजारियों को भी पांच हजार प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज की प्रतिभाओं को हर संभव सहयोग करने का वादा किया। उन्होंने ब्राह्मण समाज के लोगों की मांग पर भोपाल में छात्रावास के लिए जमीन उपलब्ध कराने के साथ ब्राह्मण आयोग के गठन पर भी विचार करने की बात कही।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मंच से की गई राजनीतिक दलों से उम्मीदवारी की मांग के संदर्भ में कहा कि भाजपा ने उन जैसे सामान्य व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। ब्राह्मण समाज ऐसा वर्ग है, जो समाज के हित में काम करता है और अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर समाज का मार्गदर्शन भी करता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी ने समाज की एकता पर बल दिया। इस मौके पर राज्य सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव सहित कई अन्य नेता व संत आदि मौजूद रहे।