पटना। बिहार में सुल्तानगंज और अगुवानी के बीच गंगा नदी में निर्माणाधीन फोरलेन पुल का एक बड़ा हिस्सा रविवार की शाम नदी में भरभराकर गिर गया। इससे पहले भी इस निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिर चुका था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इस बीच, इस घटना के बाद भाजपा ने नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांग रही है, वही जदयू सरकार के बचाव में उतर गई है।
खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच बन रहे पुल के टूटने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, खगड़िया के परबत्ता थाना क्षेत्र की ओर से तीन पायों पर लगा सेगमेंट भी ध्वस्त होकर गंगा नदी में गिर गया है।
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर जमीन में गिर गया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2014 में इस पुल का शिलान्यास किया गया था।
खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर के ऊपरी हिस्से के टूटकर गिरने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
इस बीच, घटना के बाद अब सियासत शुरू हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इसके लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की है।
उन्होंने कहा, “पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। अगर इस घटना के लिए कोई दोषी है तो सिर्फ नीतीश कुमार दोषी हैं। नीतीश में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।”
जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, जो लोग दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।