नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नए अध्यक्ष को लेकर जारी कयासों का दौर शनिवार को थम गया। मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी को सर्वसम्मति से बोर्ड का अध्यक्ष चुन लिया गया है। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में आयोजित ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय बैठक के बाद उनके नाम पर मुहर लग गई।
गौरतलब है कि यह पद मौलाना राबे हसनी नदवी के 13 अप्रैल 2023 को इंतेकाल के बाद से रिक्त चल रहा था। मौलाना नदवी के निधन के बाद मुसलमानों की सबसे शक्तिशाली संस्था मानी जाने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नए अध्यक्ष को लेकर यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी जगह अब कौन लेगा। इस दौरान कई नाम सामने आए जिनमें प्रख्यात इस्लामी विद्वान और जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का नाम प्रमुख से लिया जा रहा था। बाद में उन्होंने अपने आपको बोर्ड के अध्यक्ष पद की दौड़ से अलग कर लिया था। शनिवार देर शाम आखिरकार बोर्ड की मीटिंग में मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी के नाम का प्रस्ताव रखा गया जिस पर बोर्ड के सदस्यों ने सर्वसम्मति से अपनी मुहर लगा दी।
मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी अभी तक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव पद पर नियुक्त रहे हैं। वह गत दो वर्ष से बोर्ड के महासचिव के पद पर काम कर रहे थे। उन्होंने बोर्ड के महासचिव रहे मौलाना वली रहमानी के निधन के बाद से यह पद संभाला था। मौलाना वली रहमानी का कोरोनाकाल में 3 अप्रैल 2021 को निधन हो गया था। मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी बोर्ड के पांचवें अध्यक्ष होंगे।