लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर लोकसभा क्षेत्र से बसपा के सांसद रितेश पांडेय ने रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पांडेय उन सांसदों में शामिल थे जिन्होंने संसद के हालिया सत्र के दौरान संसद की कैंटीन में प्रधानमंत्री के साथ लंच किया था। वही बसपा सांसद रितेश पांडे रविवार को भाजपा में शामिल हो गए। पांडेय ने नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा, राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
बसपा अध्यक्ष मायावती को भेजे इस्तीफे में रितेश पांडेय ने कहा, मैंने आपसे तथा शीर्ष पदाधिकारी से संपर्क के लिए अनगिनत प्रयास किए लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला। इस अंतराल में मैं अपने क्षेत्र में एवं पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा। क्षेत्र के कार्यों में जुटा रहा। ऐसे में मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं रही। इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे समक्ष कोई विकल्प नहीं है।
पांडेय ने मायावती को लिखे पत्र में कहा, बसपा के जरिए सार्वजनिक जीवन में जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला, पार्टी पदाधिकारी का सहयोग मिला तथा पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पड़कर राजनीति एवं समाज की गलियों में चलना सिखाया। पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त किया। पार्टी ने मुझे लोकसभा में संसदीय दल के नेता के रूप में कार्य का अवसर भी दिया। इस विश्वास के लिए मैं आपके, पार्टी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के प्रति हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं। लंबे समय से मुझे ना तो पार्टी की बैठक में बुलाया जा रहा था, ना ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है। मैं इस पत्र के माध्यम से बसपा की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं।
ब्रजेश पाठक ने रितेश पांडे का पार्टी में स्वागत करते हुए आशा व्यक्त की कि वे उत्तर प्रदेश में युवाओं को प्रधानमंत्री के विकसित भारत के लक्ष्य से जोड़ने का काम करेंगे। वहीं रितेश पांडे ने पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए उत्तर प्रदेश और खासकर उनके क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का उल्लेख किया और विकसित भारत के संकल्प की दिशा में काम करने की बात कही।
उल्लेखनीय है कि रितेश पांडे ने आज ही बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। विधानसभा चुनाव में रितेश के पिता एवं पूर्व सांसद राकेश पांडेय बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। सपा के टिकट पर जलालपुर से विधायक बने। इसके बाद से बसपा प्रमुख मायावती रितेश से भी नाराज चल रही थीं। उन्हें पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया। नतीजा यह हुआ कि पार्टी के कार्यक्रमों से भी वे दूर रहे। हाल में संसद भवन की कैंटीन में प्रधानमंत्री के साथ लंच करने वाले सांसदों में रितेश पांडेय भी शामिल थे।