नयी दिल्ली/ संभलपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्यों का विकास जरूरी है और उनकी सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।
मोदी ओडिशा के संबलपुर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने राज्य में 68,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया, राष्ट्र को समर्पित किया और आधारशिला रखी। इस अवसर पर राज्य के राज्यपाल रघुवर दास और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर प्रधानमंत्री के साथ मंच पर नजर आए।
प्रधानमंत्री मोदी इस समय ओडिशा और असम के दो दिन के दौरे पर हैं। वह आज ही संभलपुर से गुवाहाटी जाएंगे।
मोदी ने कहा, “विकसित भारत के लक्ष्य को हम तभी हासिल कर सकते हैं, जब भारत का हर राज्य विकसित बने।” उन्होंने कहा कि इसीलिए बीते वर्षोँ में उनकी सरकार ने ओडिशा को हर क्षेत्र में अधिक से अधिक मदद की है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमने ओडिशा को शिक्षा का, कौशल विकास का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। मोदी ने यह भी कहा कि सरकार ने ओडिशा को शिक्षा और कौशल विकास का केंद्र बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।” उन्होंने कहा बीते दशक में ओडिशा को जो आधुनिक शिक्षा संस्थान मिले हैं वे यहां के युवाओं का भाग्य बदल रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर वरिष्ठ नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “आज, देश ने अपने महान पुत्रों में से एक, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।”
मोदी ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जा रही है, या जिन परियोजनाओं का उद्घाटन हो रहा है, उनसे ओडिशा की प्रगति को बल मिलेगा।
मोदी ने इस अवसर पर लगभग 28,980 करोड़ रुपये लागत की कई विद्युत परियोजनाओं का लोकार्पण और आधारशिला रखीं। इनमें सुंदरगढ़ जिले में एनटीपीसी दरलीपाली सुपर थर्मल पावर स्टेशन की 800-800 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट और एनएसपीसीएल राउरकेला पीपी-दो विस्तार परियोजना की 250 मेगावाट की एक यूनिट शामिल हैं। वह अंगुल जिले में एनटीपीसी तालचेर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, स्टेज-तीन की 660-600 मेगावाट क्षमता की दो इकाइयों की आधारशिला भी रखी।
इस कार्यक्रम में मोदी ने 27000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (एनएलसी) तालाबीरा थर्मल पावर परियोजना की आधारशिला भी रखी गयी। इसके अलावा ‘जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना (जेएचबीडीपीएल)’ के ‘धामरा – अंगुल पाइपलाइन खंड’ (412 किलोमीटर लंबी) का उद्घाटन किया। ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ के अंतर्गत 2450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह परियोजना ओडिशा को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ने वाली है।
प्रधानमंत्री मुंबई-नागपुर-झारसुगुड़ा पाइपलाइन के ‘नागपुर झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन खंड’ (692 किमी)’ की आधारशिला भी रखा। यह परियोजना 2660 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जा रही है, जिससे ओडिशा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में प्राकृतिक गैस की उपलब्धता में काफी सुधार होगा।
प्रधानमंत्री अंगुल जिले के तालचेर कोलफील्ड्स में कोयला क्षेत्र की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जो लगभग 2145 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गयी है। वह झारसुगुड़ा जिले में 550 करोड़ रुपये से अधिक लागत से तैयार आईबी वैली वाशरी का भी उद्घाटन कीया तथा महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड द्वारा 878 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित झारसुगुड़ा-बारपाली-सरडेगा रेल लाइन चरण -एक की 50 किमी लंबा दूसरा ट्रैक भी राष्ट्र को समर्पित किया।
मोदी लगभग 2110 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित राष्ट्रीय राजमार्गों की तीन सड़क परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा लगभग 2146 करोड़ रुपये लागत की रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री ने इसी कार्यक्रम से आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा, वह झारसुगुड़ा प्रधान डाकघर विरासत भवन भी राष्ट्र को समर्पित किया।