Monday, November 18, 2024

मुजफ्फरनगरः ट्रैक्टर मिस्त्री के हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजने की मांग

मुजफ्फरनगर। गत रविवार को शहर के खालापार निवासी ट्रैक्टर मिस्त्री की शामली रोड स्थित यासीन मार्किट के पास छत से फेंककर हत्या करने का दावा करते हुए पीडित परिजनों ने एसएसपी से इंसाफ की गुहार लगाई हैं। पीडित परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति का आरोप लगाया हैं।

 

 

आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन द्वारा फैसला करने का दबाव बनाया जा रहा हैं। हालाकि पुलिस प्रशासन द्वारा दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया, लेकिन कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति के अलावा कुछ भी नही हैं। गुरूवार को शहर के मौहल्ला खालापार निवासी निशा पुत्री स्व अखबर ने परिजनों के साथ मिलकर मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा हत्या के मामले को हादसे का रूप देकर मामले को दबाने का प्रयास कर रही हैं।

 

 

आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन के पास घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद भी मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा हैं। मृतक की पुत्री निशा ने सीसीटीवी के आधार पर अपने पिता अखबर को हत्यारों द्वारा छत से फेंक कर हत्या करने का दावा किया हैं। मृतक की छोटी बेटी नबिया ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही के नाम खानापूर्ति कर रही हैं। आरोप हैं कि सीसीटीवी फुटेज दिखाने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा हत्यारों को ही सह दी जा रही हैं।

 

 

पीडितों ने पुलिस प्रशासन पर अपनी जेब गरम कर गरीबों के चुल्हे ठंडे करने का भी आरोप लगाया हैं। पीडितों ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा हत्यारोपियों को गिरफ्तार तो किया लेकिन सजा के नाम पर उनको जेल में बिठाकर सेवा कर रही हैं। आरोप हैं कि पुलिस द्वारा दो आरोपितों को गिफ्तार भी किया गया हैं, लेकिन हत्यारोपियों के जैसा उनके साथ कोई भी सलूक अभी तक नही किया गया हैं।

 

 

आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन से कार्यवाही कर शातिर हत्यारों को जेल भेजने की बात करने पर उल्टा पीडितों के साथ ही बदसुलूकी की जाती हैं। पीडित परिवार ने पुलिस प्रशासन की लचर कार्यशैली को देखते हुए हत्यारों से परिवार के लोगों के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित होने की आशंका जताते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की गुहार लगाकर हत्यारोंपियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजने की गुहार लगाई हैं।

 

 

पीडिता नबिया का कहना हैं कि जिस समय पिता अकबर की मौत की खबर मिली तो आनन फानन में अन्य परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि मृत अवस्था में पडे पिता के गले और शरीर पर चोट के निशान थे। नबिया का आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन द्वारा हत्या को हादसा करार देने का प्रयास कर रही हैं। आरोप हैं कि सीसीटीवी में हादसे के दौरान की तमाम वीडियों मौजूद हैं जिन वीडियों में नशें की हालत में मृतक अकबर को जीने के बजाये दूसरी तरफ जाने के लिए कहा जा रहा हैं, जिस कारण अकबर की छत से गिरने से मौत हो गई।

 

 

आरोप हैं कि सीसीटीवी फुटेज में सामने आये युवकों द्वारा मृतक के नीचे गिरने के बाद कोई भी प्रतिक्रिया नही की गई और शांति के साथ अपनी बाइक को लेकर चले गये, जिससे साफ जाहिर हैं कि यह हादसा नही हत्या हैं। पीडितों का कहना हैं कि पुलिस प्रशासन द्वारा हत्या को हादसा करार देने के लिए जेब गरम कर दिये जाने की आशंका जताई हैं। इस दौरान पत्रकार वार्ता में रियाज, निशा, नबिया, शबनूर, सुहैल, उवैश, सौबी आदि पीड़ित परिजन मौजूद रहे।

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