मेरठ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को आरआरटीएस प्रोजेक्ट के लिए 14वें प्लेटिनम ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी अवार्ड-2024 से सम्मानित किया गया है। 2 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में आयोजित 15वें विश्व अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी सम्मेलन के दौरान यह सम्मान एनर्जी एंड एंवायरनमेंट फ़ाउंडेशन (ईईएफ) द्वारा प्रदान किया गया।
इस सम्मेलन का विषय (थीम) था: “रिन्यूएबल एनर्जी, एनर्जी एफिसिएंसी एंड सस्टेनेबल सोल्यूशन्स फोर ए ग्रीन इकोनोमी” (“नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता और हरित अर्थव्यवस्था के लिए सतत समाधान)। इस अवसर पर एनसीआरटीसी की ओर से इलेक्ट्रिकल और रोलिंग स्टॉक के निदेशक श्री महेंद्र कुमार ने पुरस्कार ग्रहण किया।
एनसीआरटीसी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर वर्षा जल संचयन के लिए व्यापक भी व्यापक प्रयास कर रहा है, जिसमें जल पुनर्भरण को अधिकतम करने के लिए 900 से अधिक वर्षा जल संचयन गड्ढे विकसित किए जा रहे हैं। यहां तक कि गाजियाबाद और मेरठ जिलों में किसानों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें जल संरक्षण को प्राथमिकता देने वाली समकालीन कृषि तकनीकों पर जोर दिया गया। किसानों को ड्रिप सिंचाई और हाइड्रोपोनिक्स जैसी आधुनिक कृषि पद्धतियों से परिचित कराकर, एनसीआरटीसी सतत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा दे रहा है जो उत्पादकता को बढ़ाते हुए पानी की खपत को कम करती हैं।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने कहा कि “यह पुरस्कार, अपनी तरह की पहली आरआरटीएस परियोजना के माध्यम से सकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव बनाने हेतु एनसीआरटीसी के योगदान और प्रतिबद्धता के लिए प्रदान किया गया है। पर्यावरण के अनुकूल नमो भारत ट्रेनें एनसीआर में जीवन की गुणवत्ता को काफी हद तक बढ़ा रही हैं, क्योंकि इससे क्षेत्रीय आवागमन तेज, अधिक सुविधाजनक, विश्वसनीय और आरामदायक हो रहा है। आरआरटीएस जैसी परियोजनाएं वायु प्रदूषण और भीड़भाड़ जैसी लगातार बढ़ रही समस्याओं से निपटने के लिए दीर्घकालिक समाधानों में से एक है।