Friday, April 25, 2025

ग्लोबल टाइम्स के लेख पर नीरज कुमार का बयान, कहा – ‘भारत के सामर्थ्य के सामने पड़ोसी देश कांपने लगते हैं’

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून यानी मंगलवार को घोषित किए जाएंगे। नतीजों से पहले कई न्यूज चैनल के एग्जिट सामने आ चुके हैं। जिसके मुताबिक, एक बार फिर सत्ता में एनडीए भारी जीत के साथ सरकार बनाने जा रही है। वहीं, एग्जिट पोल के मुताबिक तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर चीन के मुखपत्र कहे जाने वाले ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने बयान दिया। दरअसल, ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर दोनों देशों के संबंध और अच्छे होने की बात कही है। साथ ही नरेंद्र मोदी के तीसरी बार पीएम बनने पर भारत-चीन की दोस्ती की संभावना भी जताई। ‘ग्लोबल टाइम्स’ के इस लेख पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारत के सामर्थ्य के सामने पड़ोसी देश कांपने लगते हैं।

 

नीरज कुमार ने कहा कि यह तो स्पष्ट है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में जो विदेश नीति को अपनाया गया, उस विदेश नीति का नतीजा यह है कि जो मेरा सामरिक दुश्मन है। जो पड़ोसी दुश्मन था, उसके मनोभाव में परिवर्तन इसलिए नहीं हुआ, क्योंकि भारत एक सक्षम राष्ट्र के रूप में केवल है। बल्कि, हमारी विदेश नीति और कूटनीति इतनी बेहतर है कि हमारे पड़ोसी देश या सामरिक परंपरागत दुश्मन रहे हों, वह भी भारतवर्ष के सामर्थ्य के सामने कांपने लगते हैं। यही कारण है कि हमारे नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर दुनिया के अंदर वैश्विक नीति पर हमारे प्रभाव की चर्चा हो रही है।

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ये भारतवासियों के लिए गौरव की बात है। पीएम मोदी के कन्याकुमारी से दिल्ली लौटते वक्त ध्यान-साधना से जुड़े अनुभवों पर लिखे लेख पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जहां स्वामी विवेकानंद जी ने दुनिया को संदेश दिया था, वहां पर ध्यान-साधना किया और ध्यान-साधना के बाद अपने लेख में अपनी बात की चर्चा की। स्वामी विवेकानंद ने आने वाले समय में विश्व पटल पर जो दुनिया के अंदर हो रहे परिवर्तन और जो दुनिया के अंदर भागीदारी होगी, उसमें भारतवर्ष की शक्ति कहां होगी, इसको चिन्हित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने जहां पर स्वामी विवेकानंद ने ध्यान किया था, उसी स्थल से आने के बाद देश की विकास की आगामी पटकथा लिखी है।

 

यह तो बताता है कि स्वामी विवेकानंद जिस स्थल पर ध्यान किए थे, वहां जो आध्यात्मिक ऊर्जा है, उस ऊर्जा से लबालब होकर देश के प्रधानमंत्री विकास की पटकथा लिख रहे हैं। बता दें कि कन्याकुमारी में ध्यान लगाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक लेख लिखा, जिसमें उन्होंने भारत के भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण साझा किए। यह लेख उन्होंने 1 जून को कन्याकुमारी से दिल्ली लौटते समय शाम 4.15 से शाम 7 बजे के बीच लिखा था।

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