सैफई । समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की 85वीं जयंती पर उनके पैतृक गांव सैफई में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, शिवपाल सिंह यादव, डिम्पल यादव समेत पूरा मुलायम परिवार और देश भर से हजारों कार्यकर्ता सैफई पहुंचे। नेताजी मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर सभी ने उन्हें याद किया।
नेताजी की जयंती के अवसर पर 80 करोड़ की लागत से 8.3 एकड़ में बनने वाले भव्य स्मारक का शिलान्यास व भूमि पूजन किया गया। यहां पर आए हुए पार्टी और नेताजी के शुभचिंतकों को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी ने न जाने कितने लोगों के सिर पर हाथ रखा, कंधे पर हाथ रखा और राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। नेता जी ने जीवन भर धरती पर संघर्ष किया, धरती पर चोट खाकर ही नेताजी धरतीपुत्र बने।
उन्होंने कहा कि आज नेताजी हमारे बीच नहीं है, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी जो नेताजी ने राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक रास्ता लोगों को दिखाया है उसी रास्ते पर चलकर समाजवादी पार्टी को ऊंचाइयों पर पहुंचाएं। जहां नेताजी ने जन्म लिया और जिस मिट्टी में खेल कर जिस मिट्टी में राजनीति कर वह ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं, इसी मिट्टी में देश का सबसे बेहतरीन नेताजी का स्मारक बनेगा।
अखिलेश ने कहा कि स्मारक बन जाने के बाद तमाम पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्थान बनेगा, प्रकाश स्तंभ की तरह काम करेगा। आज भूमि पूजन के दिन मिले हैं जब अगली बार मिलेंगे तो नेताजी का ऐतिहासिक स्मारक यहां बनकर तैयार हो जाएगा।
भावुक हुए शिवपाल
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव नेता जी की जयंती के अवसर पर भावुक दिखे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेताजी के साथ अपनी पुरानी बातों को याद कर भावुकता के साथ कहा। उन्होंने बताया कि नेता जी ने हमें पढ़ाया और अपने साथ रखा। हम हर काम में नेता जी साथ रखते थे। हमने नेता जी को बैठाकर खूब साइकिल चलाई। पहले हम लोग साइकिल से ही चुनाव प्रचार करते थे। वे जहां प्रचार करते थे उस सीट पर उम्मीदवार जीत जाया करते थे।