रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने जेलों में सजा काट रहे कैदियों के सुधार और पुनर्वास की दिशा में एक अनूठी पहल की है। मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न जेलों में कैदियों को पवित्र गंगा जल से स्नान कराने का विशेष आयोजन किया गया। इस पहल के तहत छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशन में सेंट्रल जेल, जिला जेल और सब-जेलों में कैदियों के लिए गंगा जल से स्नान की व्यवस्था की गई।
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महाकुंभ के पावन अवसर पर सरकार की इस पहल को लेकर जेलों में बंद कैदियों के बीच जबरदस्त उत्साह देखा गया। जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए विशेष व्यवस्थाएँ कीं, जिससे वे गंगा जल से स्नान कर आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकें। सरकार का मानना है कि इस आयोजन से कैदियों में आत्मशुद्धि और नैतिकता का विकास होगा, जिससे वे समाज में पुनः सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित होंगे।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि “कैदियों के सुधार और पुनर्वास के लिए सरकार आगे भी ऐसे आयोजन करती रहेगी। यह सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह आत्मचिंतन और सुधार की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।”
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गौरतलब है कि इस बार प्रयागराज में महाकुंभ में स्नान के लिए 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुँच चुके हैं। 26 फरवरी, महाशिवरात्रि के दिन अंतिम शाही स्नान होगा, जिसके साथ ही महाकुंभ 2025 का समापन हो जाएगा। इस बीच, छत्तीसगढ़ सरकार की पहल से जेलों में बंद कैदियों को भी इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने का अवसर मिला।
छत्तीसगढ़ सरकार का मानना है कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ कैदियों के मानसिक और भावनात्मक सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। गंगा जल से स्नान का यह विशेष आयोजन जेलों में बंद कैदियों के पुनर्वास और आत्मशुद्धि की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है।