लखनऊ। आगामी लोकसभा-2024 चुनाव में उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी तीन चरणों में चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति तैयार की गई है। प्रथम चरण में पार्टी 27 मछुआ समाज बाहुल्य वाली सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने की तैयारी तेज कर दी गई है। यह बातें निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री (मत्स्य विभाग) डॉ संजय कुमार निषाद ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में जानकारी दी।
मत्स्य मंत्री ने अपने विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन 27 लोकसभा क्षेत्रों में मछुआ समाज (केवट, मल्लाह, बिंद, धीवर, रैकवार, बाथम, तुरैहा, कश्यप, निषाद समेत 17 उपजातियों) के मतदाता 4.5 लाख से अधिक हैं। ऐसे में इन 27 सीटों पर बूथ कमेटी, ब्लॉक कमेटी को दुरुस्त कर मछुआ समाज को पार्टी और संगठन से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि बाकी 53 लोकसभा सीटों को दूसरे और तीसरे चरण में जोड़ा जायगा। किन्तु पहली प्राथमिकता के तौर पर प्रथम चरण की 27 लोकसभा सीटों पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाएगा।
डॉ संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी अपने सिम्बल पर गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। साथ ही 2024 में निषाद पार्टी संसद में अपना सिंबल पहुंचायेगी। उन्होंने कहा कि गंगा, यमुना, बेतवा, घाघरा राप्ती नदियों के किनारे बसी 27 से अधिक लोकसभा को एनडीए के पक्ष में तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी प्रदेशों एवं उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के सभी प्रकोष्ठों की बैठक बुलाई गई है। सभी प्रकोष्ठों में मेन बॉडी, महिला मोर्चा, निषाद पार्टी संगठन, युवा मोर्चा, राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद, आईटी सेल एवं मीडिया सेल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। यहां कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को आगामी चुनावों को लेकर ट्रेनिंग भी दी जा रही है, साथ ही कैडर प्रशिक्षण शिविर भी बुलाया गया है।
डॉ संजय ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मछुआ कल्याण कोष एवं निषाद राज बोट योजना के वित्त वर्ष 2023-24 के संचालन और लागू होने से मछुआ समुदाय का जीवन उन्नति और विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है।