नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने इन आरोपों पर जांच समिति से जांच कराए जाने की मांग की है।
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि लोकसभा सदस्य महुआ ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंद से प्रश्न पूछे जाने के एवज में रिश्वत और उपहार लिए हैं। दुबे ने मांग की है कि महुआ की सदस्यता तुरंत प्रभाव से निलंबित की जानी चाहिए।
सांसद दुबे ने बताया कि उन्हें एक वकील से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा के उपहार और कैश नकद लेने के प्रमाण हैं। उन्होंने आगे कहा कि वकील द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार महुआ मोइत्रा ने 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न ऐसे पूछे हैं जिससे दर्शन हीरानंद और उसकी कंपनी के हितों की रक्षा या लाभ मिलता है। इसमें कुछ सवाल अदानी समूह से जुड़े भी हैं जिनका दर्शन हीरानंद प्रतिद्वंदी है।
वही महुआ मोइत्रा ने भी सोशल मीडिया पर इसका जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। अध्यक्ष द्वारा उन पर कार्यवाही समाप्त करने के तुरंत बाद मेरे विरुद्ध किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है। मेरे दरवाजे पर आने से पहले मैं इस बात का भी इंतजार कर रही हूं कि अदानी कोयला घोटाले में ईडी और अन्य एजेंसियों द्वारा एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कृपया लोकसभाध्यक्ष पहले दुबे के झूठे हलफनामे के लिए उनके खिलाफ जांच पूरी करें और फिर उनके खिलाफ जांच समिति गठित करें।
सोशल मीडिया पर निशिकांत दुबे ने कहा कि 11 सांसदों की भारतीय संसद ने प्रश्न के बदले पैसे लेने के कारण सदस्यता रद्द कर दी है। आज भी चोरी और सीनाज़ोरी नहीं चलेगी, एक व्यापारी ख़राब लेकिन दूसरे व्यापारी से 35 जोड़ी जूते श्रीमती मारकोस की आत्मा की तरह महंगे ब्रांड का बैग, पर्स, कपड़े, नक़द हवाला से पैसे नहीं चलेंगे । सदस्यता तो जाएगी ।