नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा है कि बताया जा रहा है कि मतगणना में इस बार सहायक चुनाव अधिकारी- एआरओ की टेबल के सामने उम्मीदवारों के गणना एजेंट को बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही है और यदि यह सच है तो यह इस चुनाव की सबसे बड़ी धांधली है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव वह कई बार लड़ चुके हैं। हमेशा एआरओ के सामने उम्मीदवारों के गणना एजेंट मौजूद रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस पर ध्यान देगा और इस व्यवस्था को बरकरार रखेगा।
माकन ने कहा ‘एआरओ टेबल पर ‘उम्मीदवार के गणना एजेंटों’ को पहली बार अनुमति नहीं दी जा रही है। मैं पहले भी 9 लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ चुका हूं और यह पहली बार हो रहा है।”
उन्होंने कहा “अगर यह सच है तो यह कथित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन-ईवीएम धांधली से भी बड़ा मामला है। मैं इस मुद्दे को सभी उम्मीदवारों के संज्ञान में ला रहा हूं। मुझे आशा है कि चुनाव आयोग इसे जल्द ही सुधार लेगा।”