बेगूसराय। विगत नौ वर्षों से सेवा और सुशासन के साथ बेमिसाल कार्य करने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार में ना केवल श्रीबाबू (डॉ. श्रीकृष्ण सिंह) के सपनों को साकार किया है। बल्कि, आधारभूत संरचना के मामले में विकास को ऐसी दिशा दी जो सिर्फ बिहार नहीं, पूर्वोत्तर भारत के गति को नई शक्ति देगा। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बिहार की औद्योगिक राजधानी बेगूसराय के ध्वस्त हो चुके औद्योगिक संरचना को पुनर्जीवित किया।इसके साथ ही श्रीबाबू द्वारा बनवाए गए राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच-31) को फोरलेन बनाकर यात्रा समय में कमी के साथ-साथ लंबी दूरी के यात्रियों को बड़ी सुगमता देने का प्रयास किया है। फोरलेन के साथ ही बनाया जा रहा एलिवेटेड फ्लाईओवर विकास के गति को परिलक्षित कर रहा है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहते हैं कि बेगूसराय में एनएच-31 के ऐतिहासिक महत्व के अनुरूप यह सड़क विपरीत परिस्थिति में सैन्य संचलनों में कारगर है। इसके फोरलेन होने से यहां ना केवल सीमावर्ती जिलों में यातायात को सुगमता मिली है। इससे अंतर्राज्यीय ट्रान्सपोर्टेशन में भी सहजता आई है। स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ-साथ दैनिक जीवन में भी व्यापक परिवर्तन आया है। कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी विशेष पहचान रखने वाले बेगूसराय जिले का नार्थ ईस्ट के राज्यों तक व्यापार बढ़ा है।
सिमरिया से खगड़िया के बीच करीब एनएच-31 का 60 किलोमीटर खंड 567 करोड़ की लागत से फोरलेन में परिवर्तित किया जा रहा है। 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है और तेजी से कार्य कर 31 दिसम्बर 2023 तक इस परियोजना को पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है।
सिमरिया में गंगा नदी पर सिक्स लेन पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पूर्वोत्तर भारत के अंतिम छोर और चीन की सीमा तक जाने वाले इस फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से ना केवल देश के बड़े महानगरों से सिक्स और फोरलेन वाली सड़कों से डायरेक्ट कनेक्टिविटी हो जाएगी।
राजधानी पटना जाना काफी आसान हो जाएगा। पूरब में खगड़िया हो चाहे, पश्चिम में पटना या दक्षिण का लखीसराय, कहीं भी जाने में यात्रा समय में आधे से अधिक की बचत होगी। आधारभूत संरचना का यह महत्वपूर्ण स्रोत जनजीवन को गति देगा। आपात स्थिति में चीन की सीमा पर सड़क मार्ग से तेजी से सेना भेजने में भी सहायक सिद्ध होगा।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि फोरलेन के साथ बेगूसराय शहर में एनएच पर बन रहा एलिवेटेड फ्लाईओवर विकास, सुगमता और सुरक्षा का नया लैंडमार्क बनेगा। इससे बेगूसराय शहर को पार करने में लगने वाला समय कम हो जाएगा। जाम से राहत मिलेगी और दुर्घटनाओं की संख्या कम हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि जुबली पंप से महमदपुर तक 4.25 किलोमीटर लंबा यह एलिवेटेड फ्लाईओवर करीब 256 करोड़ की लागत से बन रहा है। जून 2022 में कार्यारंभ होने के बाद निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है तथा दिसम्बर 2024 तक इसे पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है।