गाजियाबाद। परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण जिले में इस समय 136 स्कूली बसें बिना फिटनेस जांच कराए चल रही हैं। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि स्कूल संचालकों को लगातार नोटिस दिया जा रहा है।
जिले भर में स्कूलों के नाम कुल 1973 वाहन पंजीकृत हैं। जबकि, पिछले साल करीब 1700 वाहन स्कूलों के नाम पंजीकृत थे। इस बार इसमें वृद्धि हुई है लेकिन, पुराने वाहनों की फिटनेस कराने को लेकर स्कूल प्रबंधन अपनी कार्यशैली में बदलाव करने को तैयार नहीं है। परिवहन विभाग ने आज मंगलवार को विभाग के सारथी हॉल में जिले के सभी स्कूलों के प्रबंधक और प्रधानाचार्यों की बैठक बुलाई है। इसमें स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच कराने के साथ अन्य नियमों का पालन करने की नसीहत दी जाएगी। उनको इन खामियों को दूर करने का समय दिया जाएगा। इसके बाद भी वह नियमों का पालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई की जाएगी। एआरटीओ प्रशासन राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि नियमों का पालन न करने वाले प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होगी। बैठक में प्रबंधन से फिटनेस जांच से लेकर तमाम नियमों का पालन करने की बात की जाएगी।
मोदीनगर में हापुड़ रोड स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल की बस में अप्रैल 2022 में छात्र अनुराग की मौत हो गई थी। इस बस की स्कूल प्रबंधन ने फिटनेस नहीं कराई थी। पिछले साल लोनी में भी स्कूल बस पलट गई थी। करीब दो साल पहले मुरादनगर के कनौजा गांव में 20 से ज्यादा बच्चों को लेकर वाहन खाई में गिर गया। इसमें सभी बच्चे चोटिल हुए। इन वाहनों की फिटनेस भी नहीं कराई गई थी। पैरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि लगातार हो रहे हादसों के बावजूद भी स्कूल प्रबंधन से लेकर अधिकारियों तक गंभीरता नहीं बरती जा रही है।