भुवनेश्वर। ओडिशा के कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन में 12551 बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बे रविवार को पटरी से उतर गए। ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से अपने अनुभव साझा किए। हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने मौके पर चिकित्सा और राहत ट्रेन भेजकर हालात को सामान्य बनाया। गुवाहाटी की एक महिला यात्री ने बताया, “मैं तिरुपति गई थी। वहां से मैं चेन्नई गई और फिर ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से असम वापस जा रही थी। जब यह घटना हुई, तब मैं कोच नंबर 3 में थी। ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। मेरे साथ यात्रा कर रही मेरी बहनें घबरा गईं और चीखने लगीं। भगवान का शुक्र है कि हम सभी नौ लोग सुरक्षित हैं और किसी को कुछ नहीं हुआ। अब हम विशेष ट्रेन से जाने से राहत महसूस कर रहे हैं। यहां के लोगों ने हमारा बहुत साथ दिया है; उन्होंने हमें पानी, बिस्कुट, सूखा खाना और सभी जरूरी सहायताएं मुहैया कराईं।” एक अन्य यात्री शेखर अब्दुल ने बताया, “मैं ऊपरी बर्थ पर था। जब ट्रेन डिरेल हुई तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।
हमने एक-दूसरे को कसकर पकड़ रखा था। एक बड़ी दुर्घटना होने से रुक गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ट्रेन ड्राइवर का विशेष धन्यवाद। हम भारतीय रेलवे की तेज प्रतिक्रिया और समर्थन के लिए प्रशासन के आभारी हैं। भगवान का शुक्र है – ऐसा लगता है जैसे हमें एक नया जीवन मिला है।” बता दें कि ट्रेन के पटरी से उतरने की सूचना पर रेलवे के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। राहत कार्यों के लिए तत्काल प्रभाव से डीआरएम खुर्दा रोड, जीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। राहत और चिकित्सा ट्रेन को भी भेजा गया ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके। इस दुर्घटना में किसी के घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और राहत कार्य के लिए पूरा ध्यान दिया है। ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि प्रभावित यात्रियों को किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त हो सके। भुवनेश्वर के लिए हेल्पलाइन नंबर 84558-85999 और कटक के लिए हेल्पलाइन नंबर 89911-24238 है।