रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बैकुंठपुर अंतर्गत हटवा गांव में गुरुवार को दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर धारदार फरसा और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच संघर्ष की वजह जमीनी विवाद है। खूनी संघर्ष में जान गंवाने वाले अरुण सिंह के भतीजे सूरज सिंह ने बताया कि हमले के दौरान चाचा, पापा नृपेंद्र सिंह और भाई पार्थ सिंह सुलह का प्रस्ताव लेकर दूसरे पक्ष के पास गए थे। इसी दौरान शिवेंद्र सिंह, सरिता सिंह, विनोद सिंह, सर्वेश सिंह ने हथियार से हमला कर दिया। पट्टे की जमीन चाचा के परिवार के नाम पर ही थी। जिस पर धान लगाई थी, लेकिन शिवेंद्र और उनका परिवार मिलकर रोज-रोज फसल उजाड़ने पहुंच जाता था।
सूरज ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने अचानक गाली-गलौज करना शुरू कर दिया फिर मारपीट पर उतारु हो गए। शिवेंद्र और उसके भाई ने चाचा अरुण सिंह के सिर और शरीर में जगह-जगह धारदार फरसा से वार किया। कुछ ही समय में शरीर का पूरा खून बह गया। वे तब तक फरसा मारते रहे, जब तक चाचा मरणासन्न नहीं हो गए। आनन-फानन में हम उन्हें बैकुंठपुर अस्पताल ले गए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी रेफर कर दिया। अस्पताल में कुछ देर तक सांस चली, फिर दम तोड़ दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल का कहना है कि दोनों पक्षों के विवाद में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हुई है। अन्य लोग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराए गए हैं। जांच की जा रही है। वैधानिक कार्रवाई करेंगे।