मुजफ्फरनगर। शासन की प्राथमिकताओं के आधार पर चलाई जा रहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की गोद भराई का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं को सरकार की योजनाओं से अवगत कराया गया। साथ ही महिलाओं को बेटियों को बचाने के लिए जागरूक किया गया और उन्हें अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर देश का निर्माण करने योग्य बनाने के लिए प्रेरित किया गया। इस कार्यक्रम में ट्रांसजेंडर महिलाएं और धर्मगुरु भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस दौरान महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही तमाम महिलाओं को सम्मानित किया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का कार्यक्रम उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकताओं का कार्यक्रम है इस कार्यक्रम का कैलेंडर ऑफ इवेंट पहले से ही जारी हुआ हुआ है। उसी क्रम में आज एक संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को आमंत्रित किया गया जो महिलाओं पर केंद्रित उनकी योजनाएं हैं। उनके विषय में जानकारी दी गई इसमें मुख्य रूप से आशाए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से गर्भवती महिलाओं की गोद भराई का कार्यक्रम कराया गया।
पूर्व बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष बीना शर्मा ने बताया गर्भ से पूर्व अल्ट्रासाउंड के माध्यम से यह पता किया जाता है कि गर्भ में बेटी है या बेटा यदि बेटी होती है तो उसको गर्भ में ही मार दिया जाता है। इससे जागरूक करने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। और महिलाओं को अवगत कराया गया कि यह प्रक्रिया गैरकानूनी है। महिलाओं को मानसिक तौर पर भी तैयार किया गया जिससे कि वह इसका प्रचार क्षेत्र में कर सके। बीना शर्मा ने कहा कि यहां पर आशाएं और आंगनवाड़ी मौजूद है जो क्षेत्र में प्रचार करेंगी हमें बच्चों को बचाना भी है और उन्हें अच्छे संस्कार भी देने है और उन्हें अच्छा भविष्य निर्माण करने योग्य बनाना है।