हिसार। शिक्षा निदेशालय ने हांसी के सरकारी स्कूल में 11 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले स्कूल चपरासी और मामले को दबाकर रखने वाली महिला प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने आरोपित चपरासी को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपित चपरासी ने बच्ची को लड्डू खिलाने के बहाने स्कूल के क्लर्क ऑफिस में बुलाया था और वहीं पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग ने शनिवार को बताया कि इस मामले की विभागीय जांच के लिए डिप्टी डीईओ की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी इस पूरे मामले में प्रिंसिपल की भूमिका की जांच करेगी। साथ ही चपरासी की भी विभागीय जांच करेगी। चपरासी को निलंबित करने के आदेश शुक्रवार शाम को ही आ गए थे और शनिवार दोपहर को प्रिंसिपल को सस्पेंड करने के आदेश भी आ गए।
शिकायत में पीड़िता के पिता ने बताया था कि उसकी 11 वर्षीय बच्ची गांव के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ती है। शाम के साढे़ तीन बजे छुट्टी होने के बाद जब अपने घर पहुंची तो वह बहुत डरी हुई थी और रो रही थी। उन्होंने बेटी से पूछा तो उसने बताया कि स्कूल में सुलखनी निवासी रामफल चपरासी के पद पर तैनात है। उसने सात फरवरी को दोपहर के एक से दो बजे के बीच क्लर्क के कमरे में बुलाया। उसे लड्डू देने के बहाने छेड़छाड़ की तथा गालों पर चूमा। उसके साथ दुष्कर्म किया उसके बाद उसने कहा कि अगर तूने यह बात किसी को बताई तो तुझे जान से मार दूंगा।
इस घटना के बारे में प्रिंसिपल को बताया तो प्रिंसिपल ने उसकी बेटी को बुलाकर धमकाया। प्रिंसिपल ने कहा कि अगर तुमने बात किसी को बताई तो मैं तुझे स्कूल से निकाल दूंगी। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं व पोक्सो एक्ट के तहत स्कूल के चपरासी रामफल व प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।