रांची। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू और उनके करीबियों के ठिकानों से आयकर छापे में बरामद की गई रकम की गिनती 200 करोड़ से भी ज्यादा पहुंच गई है। आलमारियों में नोटों की गड्डियों की तस्वीरें सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई हैं।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे जुड़ी मीडिया में प्रकाशित एक खबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है, “देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें… जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।“
प्रधानमंत्री ने अपने इस पोस्ट में हंसी वाली इमोजी भी डाली है। प्रधानमंत्री के इस पोस्ट को मात्र 50 मिनट के अंदर 10 हजार से ज्यादा लोग रिपोस्ट कर चुके हैं। भाजपा की केंद्रीय कमेटी और झारखंड राज्य इकाई ने भी इसे रिपोस्ट किया है।
प्रधानमंत्री के इस पोस्ट के बाद झारखंड के भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू की गिरफ्तारी की मांग की है।
बता दें कि आयकर विभाग सांसद साहू और उनके रिश्तेदारों-करीबियों के ठिकानों पर पिछले तीन दिनों से छापेमारी कर रहा है। ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के ठिकानों से सबसे ज्यादा कैश बरामद किए गए हैं। सांसद साहू के झारखंड के रांची एवं लोहरदगा और ओडिशा स्थित आधा दर्जन ठिकानों पर भी साथ-साथ छापेमारी चल रही है। इसके अलावा बंगाल में भी कुछ ठिकानों पर छापा चल रहा है।
छापेमारी में आय-व्यय से जुड़े दस्तावेजों के अतिरिक्त और क्या मिला है, इसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की गई है, लेकिन नोटों के गड्डियों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ओडिशा में धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम पर कई कंपनियां हैं। इनमें बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (फ्लाई एश ब्रिक्स) , क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड व किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड में विदेशी शराब की बाटलिंग होती है। वहीं, किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड से विदेशी शराब का विपणन होता है। इनमें से कुछ कंपनियों में धीरज प्रसाद साहू भी डायरेक्टर हैं। आयकर छापेमारी का यह पूरा मामला शराब कारोबार में टैक्स चोरी से जुड़ा हुआ है। धीरज साहू झारखंड के एक प्रमुख व्यावसायिक और राजनीतिक परिवार से आते हैं। वह कांग्रेस की ओर से तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।