खतौली। पूर्व पालिका चेयरमैन पारस जैन के घर कुर्की वारंट लेकर पहुंची कोतवाली पुलिस चार घंटे चली नूरा कुश्ती के बाद गृहकर जलकर की एक रसीद देखकर बैरंग वापस लौट गई। पारस जैन के घर की कुर्की होने की खबर कस्बे में फैलने से विरोधियों के खिले चेहरों पर कार्यवाही स्थगित होने से मायूसी फैल गई।
जानकारी के अनुसार पूर्व पालिका चेयरमैन पारस जैन के कार्यकाल के दौरान भाजपा नेता राजा बाल्मीकि की होली चौक पर दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक राजा बाल्मीकि के पिता बाबूलाल ने अपने समाज के चर्चित भाइयों के साथ ही पारस जैन के विरुद्ध तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था।
कोतवाली पुलिस ने राजा बाल्मीकि की हत्याकांड वाले दिन ही तहरीर के आधार पर धारा 120 बी के मुल्जिम बने पूर्व चेयरमैन पारस जैन को हिरासत में लेकर की गई तफ्तीश के कुछ दिन बाद क्लीन चिट देकर छोड़ दिया था। मृतक राजा बाल्मीकि के पिता बाबूलाल बाल्मीकि द्वारा मुकदमे की सख्त पैरवी किए जाने के चलते कोर्ट ने पूर्व चेयरमैन पारस जैन के तलबी आदेश जारी कर दिए थे।
इसके विरुद्ध पारस जैन ने हाई कोर्ट से स्टे ले लिया था। हाई कोर्ट का स्टे खत्म होने के बाद लगातार गैर हाजिऱ रहने के चलते एससी एसटी कोर्ट ने पारस जैन के विरुद्ध पहले गैर ज़मानती वारंट जारी करने के बाद धारा 82 की कार्यवाही कर दी थी। इस सबके बावजूद पारस जैन के गैर हाजिऱ रहने के चलते कोर्ट ने बीते दिनों धारा 83 की कार्यवाही के अंतर्गत कुर्की के आदेश जारी कर दिए थे।
गुरुवार को कोतवाली पुलिस दलबल के साथ कोर्ट से जारी कुर्की आदेश को लेकर पूर्व चेयरमैन पारस जैन के मौहल्ला दुर्गापुरी स्थित आवास पर पहुंची। पारस जैन के मकान के गेट पर ताला लगा देख पुलिस घर के बाहर ही रुक गई।
बताया गया चार घंटे चली नूरा कुश्ती के बाद पूर्व चेयरमैन पारस जैन के वकील द्वारा नगर पालिका परिषद की गृहकर जलकर की दो रसीद दिखाने के बाद बैकफुट पर आई कोतवाली पुलिस बिना कुर्की कार्यवाही किए बैरंग वापस लौट गई।
बताया गया जिस मकान पर पुलिस वाले कुर्की वारंट लेकर पहुंचे, वो मकान तहसील और नगर पालिका परिषद के दस्तावेजों में पारस जैन के पिता संजय जैन के नाम दर्ज है। पारस जैन के अधिवक्ता द्वारा पालिका की गृहकर जलकर सूची में संजय जैन का नाम दर्ज होने की तस्दीक होते ही कोतवाली पुलिस कुर्की कार्यवाही किए बिना ही वापस लौट गई।