नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने आम जनता को स्वास्थ्य संबंधित बुनियादी ढांचा और सेवा प्रदान करने की सरकार की जिम्मेदारी एवं प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि केवल एक स्वस्थ देश ही विकसित देश बनने की आकांक्षा रख सकता है।
डॉ. मांडविया ने आज आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में दो क्रिटिकल केयर ब्लॉक और एक बीएसएल-3 प्रयोगशाला का शिलान्यास करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार न केवल देश में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को उन्नत एवं विस्तारित करके समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, बल्कि चिकित्सा पेशेवरों की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु अधिक संख्या में मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज भी बना रही है। इस अवसर पर एक बीएसएल-3 प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों में स्थापित की जाने वाली सात एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं से आंध्र प्रदेश के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से संबंधित बुनियादी ढांचा एवं सेवाएं प्रदान करना हमारी सरकार की जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता है क्योंकि सिर्फ एक स्वस्थ देश ही विकसित देश बनने की आकांक्षा रख सकता है।”
केन्द्रीय मंत्री ने कहा केन्द्र सरकार न केवल देश में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को उन्नत और विस्तारित करके स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, बल्कि चिकित्सा पेशेवरों की आवश्यकता को पूरा करने हेतु अधिक संख्या में मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज भी बना रही है। उन्होंने कहा कि आज देश में एम्स की संख्या बढ़कर 23 हो गई है और देश में एमबीबीएस और नर्सिंग सीटों की संख्या दोगुनी हो गई है।
उन्होंने देश की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केन्द्र और राज्यों के बीच सामूहिक प्रयासों की जरुरत पर बल दिया।डॉ. मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रयासों के प्रति केन्द्र सरकार के समर्थन और प्रतिबद्धता को दोहराया।