नोएडा। नोएडा के थाना फेस वन पुलिस द्वारा बृहस्पतिवार को पर्दाफाश किए गए कॉल सेंटर के दोनों सरगना हर्षित चौधरी व योगेश पुजारी पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर हैं। उनकी तलाश में पुलिस की चार टीमे लगाई गई है।
पुलिस उपयुक्त कौन प्रथम हरिश चंदर ने बताया कि दोनों की अंतिम लोकेशन बसंतकुंज में मिली है। दो अन्य टीमें दोनों का एकाउंट सहित अन्य डाटा चेक करने में जुटी हैं। जांच में सामने आया है जालसाज अमेरिकी लोगों को बताते थे कि आपके एसएसएन में सेंध लग सकती है। आपराधिक गतिविधियों का डर दिखाते थे। एकाउंट सीज होने की बात कहकर पीड़ितों को झांसे में लेकर उनकी रकम को गिफ्ट कार्ड्स या बिटकॉइन में बदलकर स्क्रैच कोड पूछ लेते थे। कोड को लेकर इंटरनेट पर उपलब्ध वेबसाइट पर जाकर गिफ्ट कार्ड कोड और क्रिप्टो करेंसी को बदलकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे।
90 मिनट में की 21 हजार डॉलर की ठगी
सहायक पुलिस आयुक्त सुशील गंगा प्रसाद ने बताया कि छापेमारी के दौरान महज 90 मिनट में आरोपियों ने 21 हजार डॉलर की ठगी कर डाली थी। नोएडा पुलिस से केंद्रियों और राज्य की जांच एजेंसी ने भी संपर्क साधा है। अन्य एजेंसियां हवाला सहित अन्य तथ्यों की जांच करेंगी। इस मामले में हवाला के जरिये देश तक रकम पहुंचने की आशंका पुलिस को है। अधिकारियों का कहना है दोनों मुख्य आरोपी विदेश न भागने पाएं पुलिस की इसपर भी नजर है। जल्द ही दोनों आरोपियों पर इनाम भी घोषित हो सकता है। आवश्यकता पड़ी तो आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी होगा।
अमेरिकी नागरिकों ने दी प्रतिक्रिया
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की मीडिया सेल के मुताबिक फर्जी काल सेंटर का संचालन करने वाले 84 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इस प्रकरण में वाशिंगटन अमेरिका से सोशल मीडिया एवं गौतमबुद्धनगर के सीयूजी मोबाइल नंबर पर लगातार शुभकामनाएं और धन्यवाद दिया जा रहा है। कई कॉलर ने उनके साथ हुई ठगी की जानकारी भी पुलिस के साथ साझा की है। अमेरिकी नागरिकों के साथ हुई ठगी के मामले में नोएडा पुलिस आगामी दिनों में हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर सकती है। जिसपर पीड़ित अपनी जानकारी साझा कर सकेंगे।