रायबरेली- उत्तर प्रदेश के रायबरेली के नसीराबाद इलाके में गांव प्रधान प्रतिनिधि और उसके 5 अन्य साथियों के खिलाफ नशे की हालत में आयोजित नौटंकी के दौरान अराजकता फैलाने व अभद्र व्यवहार के आरोप में हिरासत में लेकर चालान किया गया है।
पुलिस सूत्रों से रविवार को मिली जानकारी के अनुसार नसीराबाद इलाके के ग्राम कपूरपुर में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को अवैध नौटंकी आयोजन के दौरान अभद्रता और अराजकता फैलाने के आरोप में उनके 5 साथियों के साथ हिरासत में लेकर चालान किया गया है।
बताया गया कि यहां बिना अनुमति नौटंकी का आयोजन किया जा रहा था, जहा गांव प्रधान प्रतिनिधि सुशील शर्मा पुत्र सोमनाथ के ऊपर गांव वालों ने नशे की हालत में अभद्र व्यवहार और अराजकतापूर्ण व्यवहार बनाने का आरोप लगाया । इस कारण डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गयी। जब सूचना पर पहुंची पीआरपी के जवानों ने आरोपियों को पहले समझाने बुझाने का प्रयास किया तो इसके बावजूद वे अपनी हरकतों से बाज नही आये, जिसके उपरांत पुलिस ने सुशील शर्मा व उनके 5 साथियों के खिलाफ शांति भंग का मामला दर्ज करते हुए चालान किया और मेडिकल हेतु उन्हें भेज दिया।
इस मामले में आरोपियों पर अन्य आरोपो की जांच भी की जा रही है। हालांकि प्रधान प्रतिनिधि ने उल्टे पुलिस पर ही दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है जिसका पुलिस द्वारा खंडन किया गया है। पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे है जिस आधार पर भी जांच की जा रही है। पुलिस पर प्रधान प्रतिनिधि से थूक कर चटवाने का आरोप लगा है। उच्चाधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए रविवार को जांच की जिम्मेदारी अपर पुलिस पुलिस अधीक्षक को सौपीं है।
नसीराबाद थाना क्षेत्र के कपूरपुर ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि सुनील शर्मा का आरोप है कि पुलिस देर रात गांव पहुंची और नौटंकी कार्यक्रम बंद कराने को कहा। इसके बाद उसे और चार अन्य लोगों को थाने ले गई। उनके साथ मारपीट की गई। यहां तक थूककर चटवाया गया। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि नसीराबाद के थानाध्यक्ष शिवाकांत पांडेय ने उनसे दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से रविवार को जारी बयान के मुताबिक, 30 अक्टूबर को नसीराबाद थाना क्षेत्र स्थित कपूरपुर गांव के प्रधान के प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने बिना अनुमति के नौटंकी समारोह का आयोजन किया था। कार्यक्रम में शर्मा और उसके अन्य साथियों के शराब के नशे में आम जनता के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने की सूचना मिली थी। जांच के लिए गई पुलिस टीम के समझाने पर भी शर्मा और उसके साथी नहीं माने और अभद्रता करने लगे।
इसमें कहा गया है कि शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका के चलते शर्मा समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया था। आरोपी के सभी आरोपों की जांच अपर पुलिस अधीक्षक से कराई जा रही है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।