मुंबई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में आयोजित ‘विकसित भारत 2047’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय बाजार पूंजी जुटाने और इसके आवंटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्टॉक सूचकांकों में स्थिरता और अर्थव्यवस्था को गति देने में स्थिर सरकार की भूमिका बहुत बड़ी है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में भारतीय वित्तीय बाजारों पर केंद्रित ‘विकसित भारत 2047’ सत्र को संबोधित करते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि यहां बीएसई में खड़े होकर, “मैं आपके सामने स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल एक स्थिर सरकार और सुशासन वाला होगा।”
वित्त मंत्री ने आगे कहा, ”हम ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हमें विश्वास है कि पीएम मोदी अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करेंगे, जहां भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”
स्थिर केंद्र सरकार के साथ ही देश में जारी राजनीतिक स्थिरता, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का तेज गति से बढ़ना और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण की वजह से भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन अच्छा है।
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, ”इसकी वजह से भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत आने वाले अधिकांश निवेशक यह जान रहे हैं कि उनका पैसा कहां निवेश किया जा रहा है और यह कितना ज्यादा सुरक्षित है।
जहां तक सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में सरकारी ऋण का सवाल है, भारत ने अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया है और देश निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में तीसरा सबसे कम ऋण वाला देश है।”
वित्त मंत्री ने विस्तार से बताया कि भारत के वित्तीय बाजारों का प्रदर्शन भी हाल के दिनों में लोगों की उम्मीदों से ज्यादा बेहतर रहा है। उन्होंने कहा कि इसने ऐसे समय में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जब वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जहां बहुत अधिक अस्थिरता है और अधिकांश बाजारों में अनिश्चितता का डर है। इस माहौल में भी, भारतीय शेयर बाजारों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, ऐसे में इसने विदेशी और घरेलू दोनों निवेशकों को आकर्षित किया है।
निर्मला सीतारमण ने कहा, “बेहतर प्रौद्योगिकी को अपनाने से शेयर बाजार के प्रदर्शन में बड़ा बदलाव आया है।”