बांदा। जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक अनुसूचित जाति के बच्चे को पढ़ाने के बजाय प्रतिदिन विद्यालय में झाड़ू लगवाती हैं। शौचालय साफ कराती हैं। बच्चे के पिता ने जिला अधिकारी को दिए शिकायती पत्र में यह आरोप लगाया है।
जनपद के बदौसा थाना अंतर्गत ग्राम बरछा (ब) निवासी अखिलेश कुमार ने बताया कि मेरा पुत्र प्राथमिक विद्यालय बदौसा में पढता है। कक्षा 05 का छात्र है। विद्यालय की प्रधानाध्यापक मेरे बेटे से प्रतिदिन विद्यालय में झाड़ू लगवाती हैं। शौचालय साफ कराती हैं। यह बाल अधिकार अधिनियम का उल्लंघन है। साथ ही अनुसूचित जाति का खुला शोषण है।
अभिभावक ने यह भी बताया कि विद्यालय बंद होने के बाद उनके बच्चे से शौचालय भी साफ कराया जाता है। यह बात बच्चे ने घर में बताई थी। इसके बाद बच्चे की मां भी स्कूल गई थी, जहां उसने अपने आंखों से बच्चे से शौचालय साफ कराते हुए देखा। जब बच्चे की मां ने प्रधानाध्यापक से इस बारे में आपत्ति जताई तो वह आग बबूला हो गईं और बोलीं कि अनुसूचित जाति के बच्चे कभी पढ़ाई नहीं करते। इसलिए उनसे शौचालय साफ करा रही हूं।
सोमवार को अपने बेटे के साथ जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे अखिलेश कुमार के बेटे ने बताया कि प्रधानाध्यापक द्वारा सिर्फ उससे ही शौचालय साफ कराया जाता है।