बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बेंगलुरु में एयरस्पेस के पास जमीन आवंटन विवाद को लेकर भाजपा नेता लहर सिंह सिरोया पर कड़ा हमला बोला है। खड़गे ने भाजपा और लहर सिंह से पूछा है कि भूमि की खरीद में आखिर क्या गलत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह भूमि औद्योगिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि कौशल विकास और शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए आवंटित की गई है। खड़गे ने कहा कि भूमि साइट को औद्योगिक उपयोग के लिए नहीं, बल्कि क्षेत्रीय अंतरिक्ष में उभरती प्रौद्योगिकियों के कौशल विकास केंद्रों के लिए आवंटित की गई है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि जमीन मुफ्त या सब्सिडी पर नहीं है, ये जमीन खरीदी गई है।
उन्होंने बताया कि न तो इसमें कोई डिफ़ॉल्ट भुगतान है और न ही कुछ गलत हुआ है। खड़गे ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे को समझ नहीं रहे हैं और केवल अंधेरे में तीर चला रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग ने 197 भूखंडों के लिए बोली लगाई थी, लेकिन केवल 47 लोगों ने आवेदन किया। खड़गे ने इस पर सवाल उठाया कि जब मांग और आपूर्ति इतनी कम है, तो पक्षपात का सवाल कैसे उठ सकता है? प्रियांक खड़गे ने भाजपा पर आरोप लगाया कि जब उनके नेता अवैध रूप से भूमि प्राप्त करते हैं, तो वे मुद्दा उठाते हैं।
उन्होंने चाणक्य विश्वविद्यालय को 400 एकड़ भूमि मिलने का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व में ऐसा कैसे हुआ। खड़गे ने कहा कि भाजपा इस पर राजनीति कर रही है और लहर सिंह को इस मामले की सही जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि लहर सिंह अब तक इस पूरे विवाद में गलती क्या है, यह नहीं बता पाए हैं। खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा इस मुद्दे को लेकर केवल भ्रम फैला रही है और लहर सिंह राजनीति में अज्ञानता का परिचय दे रहे हैं।