शामली। जनपद में विकास प्राधिकरण की मिली भगत के चलते अवैध प्लाटिंग का धंधा जोरों पर है। जहां प्रॉपर्टी डीलर द्वारा लोगों को गुमराह करके अवैध कॉलोनी में प्लॉट बेचे जाने का मामला सामने आया है। जहां मूलभुत सुविधा न होने से परेशान दर्जनों लोगों ने कलेक्ट पहुंचकर डीएम से उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
आपको बता दें झिंझाना थाना क्षेत्र के कस्बा झिंझाना निवासी दर्जनों महिला पुरुष डीएम दफ्तर पहुंचे। जो उन्होंने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनके कस्बे में ऊन रोड पर एकता बिहार नामक कॉलोनी है। और उक्त कॉलोनी में उन सभी लोगों के मकान है। आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर द्वारा गुमराह करके उन्हें अवैध कॉलोनी में प्लांट दे दिए गए हैं जिन पर भवन निर्माण भी हो चुका है। लेकिन उक्त कॉलोनी वैद्य न होने के कारण वहां बिजली पानी आदि मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। जिसके चलते कॉलोनी के लोगों को अंधेरे में काट नहीं पड़ रही है। वही बूंद-बूंद पानी के लिए भी तरसना पड़ा है।
जब कॉलोनी वासियों ने उक्त मामले की शिकायत प्रॉपर्टी डीलर से की तो उसने लोगों से लाइट लगवाने के लिए पैसों की व्यवस्था करने को कहा जिस पर लोगों ने कुछ पैसे इकट्ठे कर प्रॉपर्टी डीलर को दे भी दिए थे। लेकिन बिजली की व्यवस्था नहीं हो पाई। और पैसे लौटा दिए गए जिसके चलते अब कॉलोनी के लोगों को प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। पीड़ित कॉलोनी वासियों ने जिलाधिकारी से कॉलोनी में बिजली पानी की व्यवस्था कराई जाने की मांग की है। वहीं अगर देखा जाए तो जनपद में भू माफियाओं द्वारा अनेको अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन विकास प्राधिकरण उक्त मामले में जानकर भी अनजान बना हुआ है। जिसके चलते विकास प्राधिकरण की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है। जिसका फायदा उठाकर भू माफिया लोगों की गाढी कमाई से अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।