मुजफ्फरनगर। पूर्व सांसद कादिर राणा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। जीएसटी के छापे में मुसीबत कुछ कम ही हो रही थी कि अब एक और मुकदमे में कादिर राणा की मुसीबतें बढ़ गई है।
मुजफ्फरनगर में 2013 में दंगे हुए थे जिसके लिए नगला मंदोड और खालापार की पंचायत को जिम्मेदार माना गया था। खालापार की पंचायत में आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं को आरोपी बनाया गया था।
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आज एमपी एमएलए न्यायालय के न्यायाधीश देवेंद्र फौजदार ने पूर्व सांसद कादिर राणा और सईदुजमा समेत पूर्व विधायक नूर सलीम राणा व मोहम्मद जमील और असद जमा एडवोकेट, सलमान सईद,नौशाद कुरेशी,सुल्तान मुशीर और मुशर्रफ कुरैशी को 30 अगस्त 2013 में हुई पंचायत में आरोप तय कर दिए हैं। अब इन सभी नेताओं पर धारा 153 क, 147, 144, 341 और 353 में मुकदमा चलेगा।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता वकार अहमद ने बताया कि वह चार्ज के खिलाफ सेशन कोर्ट में अपील करेंगे।