भोपाल। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिकी दौरे के दौरान आरक्षण को लेकर जो बयान दिया, उस पर देशभर में राजनीति गरम है। राहुल गांधी के बयान पर मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी की देश तथा आरक्षण विरोधी मानसिकता एक बार पुनः उजागर हो गई। यह कोई पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने विदेश जाकर भारत के लोकतंत्र का अपमान किया हो। आरक्षण पर राजनीति करने वाली कांग्रेस की कुंठित मानसिकता अब सबके सामने है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बुधवार देर शाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि एक ओर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित हो रहा है, वहीं राहुल गांधी द्वारा अपने ही देश के खिलाफ विदेशी धरती पर बोलना राष्ट्र विरोधी शक्तियों के एजेंडा को बढ़ावा देता है। भारत को धर्म और जातियों के आधार पर बांटने वाली कांग्रेस का आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना भारत के संविधान का अपमान है। राहुल गांधी भारत की संवैधानिक व्यवस्थाओं का सम्मान करना कभी नहीं सीख सकते, उनकी इस सोच को देश कभी माफ नहीं करेगा।
बतादें कि अमेरिका दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने मंगलवार को आरक्षण पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।’
वहीं, प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर दिए बयानों को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने बुधवार देर शाम हरदा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कोई व्यक्ति या जनप्रतिनिधि विदेश में देश के खिलाफ बोलेगा तो किसी भी राष्ट्र प्रेमी को अच्छा नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वॉशिंगटन में बयान दे रहे हैं कि अल्पसंख्यक संकट में है। क्या आपके हरदा में अल्पसंख्यक संकट में है क्या? उन्हें नमाज पढ़ने में कोई दिक्कत हो रही है क्या? क्या दलित संकट में है? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने बयानों से भारत की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
विजयवर्गीय ने राहुल गांधी के बयान को मूर्खतापूर्ण बताया और कहा जो भी व्यक्ति भारत की शान के खिलाफ कुछ भी बोलेगा हम उसकी कड़े शब्दों मे निंदा करेगे। उन्होंने कांग्रेस द्वारा जातिगत जनगणना की मांग को समाज को बांटने वाला बताया। साथ ही कहा कि हम जातिगत जनगणना के विरोधी नहीं है, लेकिन कांग्रेस उस पर राजनीति करेगी। कांग्रेस ने हमेशा समाज को तोड़ने का काम किया।