नई दिल्ली। संभल में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ितों से मिलने के लिए संभल जाने की कोशिश की, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। राहुल गांधी ने लगभग दो घंटे तक पुलिस से बातचीत कर संभल जाने की अनुमति मांगी, लेकिन अंततः उन्हें दिल्ली लौटना पड़ा।
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इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि”राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं और उन्हें पीड़ितों से मिलने का संवैधानिक अधिकार है। भाजपा सरकार न्याय की आवाज से डरती है और भाईचारे, एकता और मोहब्बत को दबाने की कोशिश कर रही है।” प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि भाजपा अपने “नफरत के बाजार” को बचाने के लिए “मोहब्बत के हर संदेश” को बैरिकेड के जरिए रोकना चाहती है।
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि वे अकेले पुलिस के साथ संभल जाने के लिए तैयार थे। उन्होंने भाजपा पर इंसानियत और मोहब्बत से डरने का आरोप लगाते हुए कहा कि”मोहब्बत का संदेश न रुकेगा और न ही सच्चाई की आवाज दबेगी।”
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कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर लगातार सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। राहुल गांधी को रोके जाने को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया गया है।
संभल हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। राहुल गांधी की यात्रा रोकने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर अलोकतांत्रिक तरीके अपनाने का आरोप लगाया है। इस घटना ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।