Monday, May 20, 2024

रेलवे ने कमाई के रिकॉर्ड तोड़े, 25 फीसदी की वृद्धि, खर्चे काटकर निवेश के लिए बचाये 3200 करोड़

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नयी दिल्ली- भारतीय रेलवे ने वर्ष 2022-23 में मालवहन एवं यात्री परिवहन में अब तक सबसे अधिक राजस्व का कीर्तिमान कायम करते हुए 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ दो लाख 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक अर्जित किए हैं।

रेलवे ने गत वर्ष 2021-22 के कुल राजस्व एक लाख 91 हजार करोड़ रुपये की तुलना में 49 हजार करोड़ रुपये अधिक अर्जित किए हैं और पहली बार रेलवे अपने सभी राजस्व व्यय पूरे करने के बाद निवेश के लिए 3200 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यही नहीं, रेलवे 98.14 के परिचालन अनुपात के साथ पहली बार अपने सेवानिवृत कर्मचारियों अधिकारियों की पेंशन की राशि अपने बल पर जुटाने में कामयाब रही।

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आधिकारिक जानकारी के अनुसार रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2.40 लाख करोड़ कमाये हैं। यह 25 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाते हुए पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 49,000 करोड़ रुपये अधिक है।

इस वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान, माल ढुलाई राजस्व भी पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ रु. 1.62 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। भारतीय रेलवे के यात्री राजस्व में 61 फीसदी की सर्वकालिक उच्च वृद्धि दर्ज की गई है और यह 63,300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। तीन साल के बाद भारतीय रेलवे पेंशन के खर्च को पूरी तरह से वहन करने में सक्षम है।

राजस्व में उछाल और कड़े व्यय प्रबंधन से 98.14 प्रतिशत का परिचालन अनुपात प्राप्त करने में मदद मिली है, जो संशोधित अनुमान के भीतर है। सभी राजस्व व्यय को पूरा करने के बाद, रेलवे ने अपने आंतरिक संसाधनों से पूंजी निवेश के लिए 3200 करोड़ रुपये (डीआरएफ के लिए 700 करोड़ रुपये, डीएफ के लिए 1000 करोड़ रुपये और आरआरएसके के लिए 1516.72 करोड़ रुपये) अर्जित किए।

यातायात राजस्व के संदर्भ में भारतीय रेलवे ने 63,300 करोड़ रुपये कमाए जो पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की 39,214 करोड़ रुपये की आय की तुलना 61 फीसदी अधिक है। रेलवे ने अन्य कोचिंग राजस्व के रूप में वर्ष 2021-22 के दौरान 4899 करोड़ रुपये की तुलना में 2022-23 में 5951 करोड़ रुपये अर्जित किए, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, सकल राजस्व 2021-22 में 1,91,278 करोड़ रुपये की तुलना में 2,39,803 करोड़ रुपये रहा। साथ ही, सकल यातायात प्राप्तियां 2021-22 में 1,91,206 करोड़ रुपये की तुलना में 2,39,750 करोड़ रुपये रही। वर्ष 2022-23 के दौरान कुल रेलवे प्राप्तियां गत वर्ष 2021-22 के 1,91,367 करोड़ रुपये की तुलना में 2,39,892 करोड़ रुपये हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कुल रेलवे व्यय वित्त वर्ष 2021-22 के 2,06,391 करोड़ रुपये की तुलना में 2,37,375 करोड़ रुपये है। वित्तीय वर्ष 22-23 के दौरान परिचालन अनुपात 98.14 फीसदी है।

पूंजीगत व्यय के संदर्भ में, पूंजी निवेश वित्त वर्ष 22-23 के दौरान 1,09,004 करोड़ रुपये था जबकि 2021-22 में यह 81,664 करोड़ रुपये था। रेलवे सेफ्टी फंड के तहत 2022-23 के दौरान 30,001 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि 2021-22 के दौरान 22,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। वर्ष 2022-23 में पहली बार सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड के माध्यम से जुटाई गई धनराशि से 10,239 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। विभिन्न सुरक्षा कार्यों के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष के तहत 11,797 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल सकल बजटीय सहायता (जीबीएस) 1,59,244 करोड़ रुपये थी जबकि वर्ष 2021-22 में यह राशि 1,17,507 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान पूंजीगत व्यय 1,90,267 करोड़ रुपये था जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह राशि 2,03,983 करोड़ रुपये थी।

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