मुरादाबाद। जिले में रामगंगा नदी के जलस्तर में शनिवार को 47 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। शुक्रवार को जहां जलस्तर 189.43 मीटर रहा तो शनिवार रात्रि 8 बजे जलस्तर बढ़कर 189.91 मीटर दर्ज किया गया।
बाढ़ खंड के अधिकारियों का कहना है कि अभी बाढ़ का खतरा नहीं है, लेकिन किसानों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। शुक्रवार देर रात्रि रामगंगा में खो बैराज 9 हजार 280 क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं, जिसका मामूली असर रविवार को मुरादाबाद रामगंगा में दिखाई दे सकता हैं।
पहाड़ी इलाकों में बारिश से वहां की नदियां उफान पर हैं। इसका असर मैदानी क्षेत्र में भी दिखाई दे रहा है। नदियों का जलस्तर कभी बढ़ रहा है तो कभी घट रहा है। नदी किनारे बसे लोगों को भी बाढ़ की चिंता सताती रहती है। नदियां का पानी घरों तक आने से लोगों की दुश्वारियां और बढ़ जाएंगी। महानगर में रामगंगा नदी किनारे बसे मोहल्ले बंगला गांव, जिगर कालोनी, नवाबपुरा, दसवां घाट के लोग सहमे रहते हैं। क्योंकि यहां के लोगों ने कई बार बाढ़ का दंश झेला है।
बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाष चंद्रा ने बताया कि रामगंगा और गागन नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव चल रहा है। लेकिन अभी बाढ़ की स्थिति नहीं है। इसके बावजूद भी सतर्कता बरती जा रही है।