बेंगलुरु,- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बी.के. हरिप्रसाद के बयान से कर्नाटक में सत्तारूढ़ दल में खलबली मच गयी हैष
दरअसल श्री हरिप्रसाद ने कहा कि वह अच्छी तरह से जानते हैं कि किसी को मुख्यमंत्री कैसे बनाना है या किसी को पद से कैसे हटना है। उन्होंने यह बयान एडिगा, बिलावा, नामधारी और धीवारा समुदायों की एक बैठक में कीं।
उन्होंने कहा, “मैं नहीं झुकूंगा या भीख नहीं मांगूंगा। मैं स्पष्ट कर दूं। अगर कोई अन्याय होता है, तो ‘कोटि चेन्नया’ (महान तुलुवा जुड़वां नायक) ने कहा है इसका सामना कैसे किया जाए। बेंगलुरु में 49 साल तक राजनीति करना कोई बच्चों का खेल नहीं है।”
उन्होंने कहा कि वह पहले ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) की टीम के साथ पांच राज्यों पुडुचेरी, गोवा, झारखंड, हरियाणा और पंजाब में पांच मुख्यमंत्रियों को बनाने भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने उडुपी जिले के करकला में कोटि चेन्नय्या थीम पार्क को पांच करोड़ रुपये प्रदान करने का वादा करने के बाद भी कुछ नहीं करने के लिए श्री सिद्दारमैया की आलोचना की। उन्होंने कहा, “वह राजनीतिक तौर पर मेरी मदद नहीं कर सकते, बल्कि मैं उनकी मदद कर सकता हूं।”
श्री हरिप्रसाद ने कहा कि वित्तीय आश्वासन दिए जाने के बाद भी मंगलुरु विश्वविद्यालय में ‘गुरुपीठ’ स्थापित करने के लिए एक पैसा भी नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि एडिगा, बिलावा, नामधारी और दीवारास समुदायों से ज्यादा ईसाई और मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए जा रहे हैं।