इटावा- समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोआपरेटिव चुनाव में एक दूसरे पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं।
सपा कार्यकर्ता भाजपा पर सत्ता के दबाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगा रहे है जबकि भाजपा पदाधिकारियों का आरोप है कि सपा के दबंग कार्यकर्ता भाजपा के प्रतिनिधियों को नामांकन नहीं करने दे रहे हैं और अधिकारियों से मिलकर के गड़बड़ी करवा रहे हैं।
सपा नेता और इटावा जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन आदित्य यादव ने गुरूवार को जिलाधिकारी अवनीश राय से मुलाकात की और कहा कि भाजपा नेता चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने निष्पक्ष चुनाव का भरोसा दिया है।
दूसरी ओर भाजपा विधायक सरिता भदौरिया भी जिलाधिकारी से मिली। उन्होंने कहा कि सपा दबंगई के बल पर भाजपा प्रतिनिधियों को नामांकन से रोक रही है।
भाजपा उम्मीदवार जितेंद्र दुबे ने बताया कि वह अकेले अपना नामांकन करने के लिए गए थे लेकिन मामूली सी गलती पर उनका नामांकन रद्द कर सपा के महेश यादव को जीता हुआ घोषित करके सूची चस्पा कर दी गई। विरोध करने पर करीब 300 दबंग कार्यकर्ता उन्हें धमकाने के लिए आ गए जिस वजह से उन्हें चुपचाप वहां से वापस लौटना पड़ा।
श्रीमती भदौरिया ने बताया कि बसरेहर विकासखंड के बादरी पूठ और बीना साधन सहकारी समिति पृथ्वी के चुनाव में समाजवादी पार्टी से जुड़े दबंग नेताओं ने दखलअंदाजी करके भाजपा उम्मीदवारों को पराजित कर दिया है और इसी वजह से उन्होंने जिलाधिकारी से इस बात की मांग रखी है कि इसकी रिपोर्ट शासन को भेज करके तत्काल प्रभाव से चुनाव कराया जाए और नए सिरे से चुनाव संपन्न कराया जाए।