लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सनातन पर अनर्गल प्रलाप करने वाले लोग पहले सनातन को समझें। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि मानवता का सम्मान, समता का व्यवहार, सबको न्याय ही सनातन है।
स्वमी प्रसाद के अनुसार सनातन एक ऐसा व्यावहारिक सत्य है, जो प्रत्येक देश-काल, परिस्थिति में अपने गुणों व कार्यों से जीवनन्तता बनाये रखता है। सनातन सत्य है, शास्वत् है, व्यावहारिक है, वैज्ञानिक है जैसे सूर्य हमें प्रकाश देता है, लाखों साल पहले भी देता था और आगे भी देता रहेगा। पृथ्वी, वायु, जल, नभ ये सभी हमें जीवन देतें हैं। ये पहले भी देतें रहे हैं और आगे भी देतें रहेंगे, यही सनातन है। प्रत्येक बच्चा माँ की पेट से पैदा होता है, यह सनातन है।
धम्मपद, बुद्धोपदेश के हवाले से लिखा कि
”न हि वेरेन वेरानि, सम्मन्तीध कु दाचनं।
अवेरेन च सम्मन्ति, एस धम्मो सनन्तनो।।
सनातन, सनातन था, है और आगे भी रहेगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि जाति-पांति, छुआछूत, ऊंच-नीच, भेदभाव, विषमता, ढोंग-ढकोसला, कुरीतियाँ तथा मुँह से ब्राह्मण, बाहु से क्षत्रिय, जंघे से वैश्य, पैर से शूद्र की उत्पत्ति बताना, सनातन नहीं अपितु मानवता के लिए अभिशाप व कैंसर से भी ज्यादा ख़तरनाक बीमारी है।