नई दिल्ली। राजस्थान में चुनावी गहमगहमी के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट का घर टूट गया है। अब सचिन पायलट तथा सारा अब्दुल्ला पति पत्नी नहीं रहे। सचिन पायलट व सारा अब्दुल्ला अब तलाकशुदा है। इस खबर ने राजस्थान से लेकर दिल्ली, जम्मू कश्मीर से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सबको चौंका दिया है। सचिन पायलट ने अपने एफिडेविट में बाकायदा अपने आप को तलाकशुदा लिखा है।
आपको बता दें कि सचिन पायलट व सारा पायलट का रिश्ता टूटने का खुलासा मंगलवार की शाम को हुआ। मंगलवार को सचिन पायलट ने राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से विधायकी का नामांकन पत्र भरा। नामांकन पत्र के साथ सचिन पायलट ने जो एफिडेविट दिया है उसमें उन्होंने वैवाहिक स्थिति के स्थान पर ‘तलाकशुदा’ लिखा है। इस एफिडेविट को जब पत्रकारों ने पढ़ा तो किसी को आसानी से यकीन नहीं हुआ कि इतने बड़े राजनेता सचिन पायलट का तलाक हो चुका है और किसी को कानो कान खबर तक नहीं हुई। थोड़ी देर बाद स्थिति बिल्कुल स्पष्ट हो गई कि वास्तव में सचिन पायलट व सारा अब्दुल्ला का तलाक हो चुका है।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट व सारा पायलट के दो बेटे हैं। सचिन पायलट के बड़े बेटे का नाम आरव पायलट तथा छोटे बेटे का नाम विहान पायलट है। सचिन पायलट व सारा का तलाक होने के बाद दोनों ही बेटे सचिन पायलट के पास हैं। अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए एफिडेविट में सचिन पायलट ने डिपेंडेट के स्थान पर अपने दोनों बेटों के नाम लिखे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि दोनों बेटों का संरक्षण उन्हें कानूनी तौर पर मिला है अथवा उन्होंने सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए दोनों बेटों को डिपेंडेंट माना है।
सचिन पायलट व सारा अब्दुल्ला के विवाह की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। भारत के पूर्व गृह राज्य मंत्री स्व. राजेश पायलट के पुत्र सचिन पायलट व सारा अब्दुल्ला लंबे समय तक एक दूसरे से गुपचुप प्यार करते रहे। फिर प्यार का सार्वजनिक इजहार किया और 2004 में दोनों ने लव मैरिज कर ली। सचिन पायलट जहां स्व. राजेश पायलट की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं, वहीं सारा जम्मू कश्मीर के भूतपूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की बहन है।
बताया जाता है कि विदेश में पढ़ाई करते समय दोनों की पहली मुलाकात हुई थी। उसी मुलाकात में प्यार परवान चढ़ा और प्यार इतना आगे बढ़ा कि भारत आने के बाद सचिन पायलट ने अपने परिवार के सामने घोषणा कर दी कि वें विवाह करेंगे तो सारा अब्दुल्ला से ही करेंगे। बात फारुख अब्दुल्ला के परिवार तक भी पहुंची। राजेश पायलट का परिवार तो शादी के लिए तैयार हो गया, लेकिन फारुख अब्दुल्ला के परिवार ने इस रिश्ते से साफ मना कर दिया। सचिन पायलट व सारा ने जिद करके वर्ष 2004 में शादी कर ली। इस शादी में राजेश पायलट का परिवार तो शामिल हुआ, किंतु फारूख अब्दुल्ला का परिवार शामिल नहीं हुआ।
बाद के दिनों में राजेश पायलट की दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थियों में मौत हो गई और उनका राजनीतिक वारिस सचिन पायलट को बनाया गया। सचिन पायलट राजस्थान से 26 साल की उम्र में सांसद बन गए। उनके सांसद बनने के बाद पायलट व अब्दुल्ला परिवार में सुलह हो गई और फारूख अब्दुल्ला के परिवार ने भी सचिन व सारा की शादी को मान्यता दे दी।
प्यार मोहब्बत से शुरू हुई कहानी मात्र 19 साल में ही समाप्त हो गई। सचिन पायलट व सारा का तलाक कब हुआ, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। सभी को आश्चर्य हो रहा है कि इतने बड़े राजनीतिक परिवार में बिखराव होने की किसी को भी कानो कान खबर नहीं लगी।